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यूरोप में मंकीपॉक्स के लिए रेड अलर्ट, देशों को टीकाकरण रणनीति बनाने की सलाह

लंदन, 23 मई (आईएएनएस)। मंकीपॉक्स के बढ़ते प्रकोप से निपटने के लिए यूरोपीय देशों से कहा गया कि वे एक टीकाकरण योजना तैयार करें, क्योंकि डेनमार्क सबसे नया प्रभावित देश बन गया है। डेली मेल ने बताया कि यूरोपीय संघ के अधिकारी एक जोखिम मूल्यांकन प्रकाशित करने के लिए तैयार हैं, जो सभी सदस्य राज्यों को उष्णकटिबंधीय वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए एक टीकाकरण रणनीति तैयार करने की सलाह देगा। डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, फिलहाल कोई मंकीपॉक्स-विशिष्ट टीका मौजूद नहीं है, लेकिन चेचक का टीका, जो चार दशक पहले वायरस के उन्मूलन के लिए नियमित रूप से लगाया जाता था, वह इसमें 85 प्रतिशत तक प्रभावी है। जिस रणनीति की सिफारिश की जा सकती है, वह वही है जो ब्रिटेन में पहले से ही लागू है। अधिकारी एनएचएस कार्यकर्ताओं सहित 20 पुष्ट मंकीपॉक्स मामलों के करीबी संपर्क में आए सभी लोगों का टीकाकरण करके इसका फैलाव रोकने का प्रयास कर रहे हैं। रिंग टीकाकरण नामक रणनीति में रोग के प्रसार को सीमित करने के लिए इम्युनिटी वाले लोगों का एक बफर बनाने के लिए संक्रमित व्यक्ति के आसपास निगरानी करना शामिल है। निगरानी की जरूरत तब होती है, जब विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि यदि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) प्रकोप को आपातकाल घोषित करता है, तो बीमारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए देश यात्रा पर प्रतिबंध लगा सकते हैं। डेली मेल के मुताबिक, डेनमार्क स्थित दवा निर्माता बवेरियन नॉर्डिक द्वारा बनाई गई इम्वेनेक्स नामक वैक्सीन को यूरोप या यूके में मंकीपॉक्स के खिलाफ इस्तेमाल के लिए अभी अधिकृत नहीं किया गया है। यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी ने 2013 में चेचक के खिलाफ उपयोग के लिए टीके को मंजूरी दी, जबकि यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने 2019 में दोनों संक्रमणों के लिए इंजेक्शन को हरी झंडी दी। इस बात का कोई डेटा उपलब्ध नहीं है कि यह इंजेक्शन इम्युनिटी वाले लोगों या वे समूह जो प्रकोप से सबसे अधिक जोखिम में हैं या युवाओं के लिए कितना सुरक्षित है। डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों को शनिवार तक 92 पुष्ट मामलों और 28 संदिग्ध संक्रमणों की सूचना दी गई थी, जिनमें से अधिकांश का पता यूरोप में लगाया गया था। --आईएएनएस एसजीके/एएनएम

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