पोम्पिओ ने उइगरों की जबरन नसबंदी की रिपोर्ट को 'चौंकाने वाला' बताया
नई दिल्ली, 30 जून (हि.स.)। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के उइगर अल्पसंख्यक मुसलमानों के खिलाफ जबरन नसबंदी, जबरन गर्भपात और जबरदस्ती परिवार नियोजन उपकरणों का उपयोग करने के बारे में सामने आई रिपोर्ट को चौंकाने और परेशान करने वाली बताया है। पोम्पिओ ने वाशिंगटन स्थित जैमस्टाउन फाउंडेशन थिंक-टैंक द्वारा प्रकाशित जर्मन शोधकर्ता एड्रियन जेनज की एक रिपोर्ट में चीन के शिनजियांग क्षेत्र की स्थिति के बारे में यह टिप्पणी की। पोम्पिओ झिंजियांग में मुसलमानों के दमन सहित चीन की लगातार आलोचना करते रहे हैं। उन्होंने एक बयान में कहा कि रिपोर्ट के निष्कर्ष चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की दशकों से जारी प्रथाओं के अनुरूप हैं, जो मानव जीवन की पवित्रता और बुनियादी गरिमा के प्रति पूरी तरह से उपेक्षा प्रदर्शित करते हैं। पोम्पिओ ने कहा, "हम चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से इन भयावह प्रथाओं को तुरंत समाप्त करने का आह्वान करते हैं। हम सभी राष्ट्रों से इन अमानवीय घृणित दुर्व्यवहारों को समाप्त करने की अमेरिका की मांग में शामिल होने के लिए कहते हैं।" अपनी रिपोर्ट में जेनज ने कहा कि उनके निष्कर्षों में अभी तक के सबसे मजबूत सबूतों को शामिल किया गया। झिंजियांग में बीजिंग की नीतियों ने समूह विशेष में जन्म को रोकने के उद्देश्य से उपायों को थोपकर संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन में उल्लिखित नरसंहार के मानदंडों में से एक को पूरा किया है। जेनज ने कहा कि चीनी सरकारी दस्तावेजों के विश्लेषण से पता चला है कि झिंजियांग में प्राकृतिक जनसंख्या वृद्धि "नाटकीय रूप से" गिर गई है। उन्होंने कहा कि इसके दो सबसे बड़े उइगर मुस्लिम क्षेत्रों में जन्म विकास दर 2015 से 2018 के बीच 84 प्रतिशत और 2019 में और ज्यादा गिर गई। वाशिंगटन में चीनी दूतावास ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि कुछ संस्थान झिंजियांग से संबंधित मुद्दों पर गलत सूचनाएं फैलाने पर आमादा हैं। उनके आरोप आधारहीन और झूठे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/राकेश सिंह-hindusthansamachar.in