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चीनी हाइब्रिड धान के जनक का निधन

बीजिंग, 22 मई (आईएएनएस)। चीन में हाइब्रिड धान के जनक 91 वर्षीय युआन लुंगफिंग का 22 मई के दोपहर में निधन हो गया। चीनी नागरिकों ने इस महान वैज्ञानिक के निधन पर गहरा शोक जताया है। गौरतलब है कि युआन लुंगफिंग चीन में हाइब्रिड धान के अनुसंधान व विकास के संस्थापक रहे हैं, जो विश्व में हाइब्रिड धान की श्रेष्ठता से लाभ उठाने वाले पहले वैज्ञानिक भी थे। युआन लुंगफिंग की हमेशा इच्छा हाइब्रिड धान का विकास कर विश्व की जनता को लाभ देना रही है। बेशक उन्होंने अपनी इच्छा पूरी की। इस समय चीन में धान की अधिक उपज का सपना साकार हो चुका है। हाइब्रिड धान भारत, वियतनाम, फिलीपींस, अमेरिका, ब्राजील आदि देशों में भी बड़े पैमाने पर उगाया जाता है। अपने सपने को पूरा करने के लिए युआन लुंगफिंग ने कभी अपने कदम नहीं रोके। उनकी कोशिश से भूख की परेशानी दूर हो गई, और मानव समुदाय एक स्वस्थ दुनिया की ओर चल रहा है। गौरतलब है कि एफएओ ने युआनलुंगफिंग की उपलब्धियों पर बड़ा ध्यान दिया, और उन्हें भारत के कृषि विकास में मदद देने के लिए भी आमंत्रित किया, ताकि भारत में अनाज के अभाव को दूर किया जा सके। भारतीय जनता की सहायता देने के लिए चीन ने एफएओ का अनुरोध स्वीकार किया। इस यात्रा में युआन लुंगफिंग ने न सिर्फ भारतीय लोगों को बहुत कृषि पुस्तकें प्रदान कीं, बल्कि चीन के सुपर धान का बीज भी भारत को दिया। उन का लक्ष्य था कि भारत भी चीन की तरह उच्च उपज और अधिक आपदा प्रतिरोधी धान उगा सके, और भारतीय जनता चीन की कृषि उपलब्धियों को साझा करे। युआन लुंगफिंग भारत में पहुंचते ही जल्द ही खेतों में व्यस्त हो गए। उन्होंने भारत के मौसम व भूमि की स्थिति को जानने के बाद स्थानीय किसानों को सुपर धान उगाना सिखाना शुरू किया। इसके अलावा उन्होंने भारतीय धान की विशेषता के आधार पर तीन हफ्ते तक निरंतर रूप से खेतों व प्रयोगशाला में अध्ययन कर भारत के लिए उपयुक्त धान का बीज पैदा किया। बाद में इस प्रकार के धान ने भारत के अनाज उत्पादन में कम से कम 30 प्रतिशत की वृद्धि की है। (साभार : चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग) --आईएएनएस एसजीके

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