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2020 में एक भी शिकार ना होने के कारण केन्या की गैंडों की आबादी 11 फीसदी बढ़ी

नैरोबी, 31 जुलाई (आईएएनएस)। एक अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव संगठन ने कहा है कि केन्या में 2020 में एक भी शिकार ना होने के कारण गैंडों की संख्या में 11 फीसदी की वृद्धि हुई है और 2019 के 1441 गैंडों के मुकाबले अब संख्या 1,605 हो गई है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को एक बयान में, पूर्वी अफ्रीका के लिए इंटरनेशनल फंड फॉर एनिमल वेलफेयर (आईएफएडब्ल्यू) के क्षेत्रीय निदेशक, जेम्स इसिके ने पिछले आठ वर्षों में गैंडों के अवैध शिकार की घटनाओं में लगातार गिरावट देखी है, जो सुरक्षा के लिए किए गए उपायों का एक वसीयतनामा है। इसिके ने कहा कि कोविड -19 महामारी ने वन्यजीवों के अवैध शिकार में वृद्धि की आशंका जताई है। हालांकि, उन्होंने कहा कि केन्या वन्यजीव सेवा (केडब्ल्यूएस) और आईएफएडब्ल्यू जैसे भागीदारों द्वारा किए गए उपायों ने इन प्रागैतिहासिक जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित की है जो उनके सींगों के लिए अत्यधिक मांगे जाते हैं। हम सभी वन्यजीव सुरक्षा भागीदारों और एजेंसियों को वन्यजीव अपराध से लड़ने और केन्या के गैंडों को सुरक्षित रखने में इस बड़ी उपलब्धि के लिए बधाई देते हैं। इसिके ने कहा, हमें खुशी है कि केन्या में गैंडों की आबादी बढ़ी है और लंबे समय में पहली बार अवैध शिकार के कारण किसी गैंडे की मौत नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि आईएफएडब्ल्यू केडब्ल्यूएस के साथ लंबे समय से चली आ रही साझेदारी से खुश है और केन्या की वन्यजीव विरासत को संरक्षित करने के लिए अपने जीवन को नुकसान पहुंचाने वाले कर्मचारियों की सराहना की। 2015 में, केडब्ल्यूएस ने राइनो और हाथी डीएनए के आनुवंशिक डेटाबेस के साथ-साथ महत्वपूर्ण डेटा प्राप्त करने में मदद के लिए एक निगरानी प्रणाली के साथ एक फोरेंसिक प्रयोगशाला स्थापित की, जो वैज्ञानिकों को लुप्तप्राय प्रजातियों को ट्रैक करने में सक्षम बनाता है और यदि आवश्यक हो, तो उन्हें संदिग्ध शिकारियों से जोड़ता है। --आईएएनएस एचके/एएनएम

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