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विश्वास के बदले मैं एक स्वस्थ चीन दूंगा : चोंग नानशान

बीजिंग, 27 मई (आईएएनएस)। दोस्तों, शायद आप चीनी इंजीनियरिंग अकादमी के अकदमीशियन चोंग नानशान को जानते होंगे। क्योंकि कोविड-19 महामारी से निपटने में उन्होंने बड़ा योगदान दिया है। लेकिन शायद आप को पता नहीं है कि प्रोफेसर चोंग नानशान चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के विश्वासपात्र जैसे हैं। वर्ष 2020 के मई में चौथे राष्ट्रीय विज्ञान व तकनीकी कार्यकर्ता दिवस से पहले चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने चोंग नानशान समेत विज्ञान जगत के 25 प्रतिनिधियों को पत्र भेजा। इस पत्र में उन्होंने कहा कि सृजन विकास को बढ़ावा देने की प्रथम शक्ति है। विज्ञान व तकनीक मुश्किलों को दूर करने का बलवान हथियार है। साथ ही शी चिनफिंग ने इस पत्र में देश भर के व्यापक विज्ञान व तकनीकी कार्यकतार्ओं को नये योगदान देने का प्रोत्साहन भी दिया। यह पत्र पढ़कर प्रोफेसर चोंग को बहुत उत्साह मिला और शी की ओर से उन का विश्वास भी महसूस हुआ। गौरतलब है कि वर्ष 2003 में सार्स से निपटने में चोंग नानशान ने सब से गंभीर मरीजों को अपने पास बुलाया था। और कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बाद वे सबसे पहले वुहान पहुंचे। वहां प्रोफेसर चोंग ने अपनी टीम लेकर मेहनत से चिकित्सा कार्य व अनुसंधान कार्य किया। उन्होंने महामारी की रोकथाम के लिये एक दिशा दशार्यी, और सभी चीनी लोगों को शांत रहने को कहा। महामारी से निपटने में चोंग नानशान के उल्लेखनीय योगदान की प्रशंसा के लिये चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने वर्ष 2020 के 11 अगस्त को राष्ट्राध्यक्ष आदेश पर हस्ताक्षर करके चोंग को राष्ट्रीय पदक से सम्मानित किया। पुरस्कार वितरण समारोह में जब शी चिनफिंग ने चोंग नानशान से हाथ मिलाया, तो चोंग की पहली बात यह थी कि वे महामारी की रोकथाम के कार्य को आगे बढ़ाएंगे। चोंग के विचार में महामारी की रोकथाम व नियंत्रण के लिये एक मंच का निर्माण करना चाहिये। इस मंच के तले विभिन्न पक्षों में तैयारी की जा सकती है, जैसे निदान, इलाज, रोकथाम व टीका इत्यादि। चोंग नानशान ने अपनी वास्तविक कार्रवाई से अपने विश्वासपात्र को जवाब दिया कि आप ने मुझे विश्वास दिया, और मैं आप को एक स्वस्थ चीन दूंगा। (चंद्रिमा - चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग) --आईएएनएस एएनएम

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