france-criticizes-australia-us-over-submarine-dispute
france-criticizes-australia-us-over-submarine-dispute

पनडुब्बी विवाद पर फ्रांस ने ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका की आलोचना की

पेरिस, 20 सितम्बर (आईएएनएस)। दोनों देशों से अपने राजदूतों को वापस बुलाने के फैसले के बाद फ्रांस ने पनडुब्बी विवाद में ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका को विश्वास और अवमानना का एक बड़ा उल्लंघन के लिए उनकी आलोचना की है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार फ्रांस 2 टेलीविजन से बात करते हुए, यूरोप और विदेश मामलों के मंत्री जीन-यवेस ले ड्रियन ने कहा कि दोनों देशों के बीच फ्रांस के इतिहास में पहली बार राजदूतों की वापसी एक बहुत प्रतीकात्मक अधिनियम था, जो हमारे बीच गंभीर संकट को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि झूठ, दोहरापन, विश्वास और अवमानना का यह एक बड़ा उल्लंघन है। इसके परिणाम नाटो के भीतर रणनीतिक संबंधों को प्रभावित कर सकते हैं। ले ड्रियन ने कहा कि नाटो ने अपनी अवधारणा पर चर्चा शुरू की है। मैड्रिड में अगला नाटो शिखर सम्मेलन एक नई रणनीतिक अवधारणा पर काम करेगा। जाहिर है कि अभी जो हुआ है वह इस परिभाषा के लिए प्रासंगिक होगा। उन्होंने कहा कि फ्रांस 2022 की शुरूआत में ब्लॉक की अध्यक्षता में यूरोपीय संघ की सुरक्षा रणनीति विकसित करने को प्राथमिकता देगा। ऑस्ट्रेलिया, यूके और यूएस के बीच 15 सितंबर को अनावरण की गई नई सुरक्षा साझेदारी के तहत, जिसे ऑकस के नाम से जाना जाता है, कैनबरा अमेरिकी और ब्रिटिश तकनीक के साथ परमाणु-संचालित पनडुब्बियों का निर्माण करेगी। 16 सितंबर को, ऑस्ट्रेलिया ने घोषणा की कि वह 12 पारंपरिक डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों को खरीदने के लिए 2016 में फ्रांस के साथ हुए समझौते को रद्द कर देगा। जवाब में, ले ड्रियन ने त्रिपक्षीय कदम को पीठ में छुरा मारने के समान बताया। 17 सितंबर को, फ्रांस ने अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया से अपने राजदूतों को वापस बुला लिया, और कहा कि एयूकेयूएस घोषणाओं की असाधारण गंभीरता से असाधारण निर्णय उचित है। --आईएएनएस एमएसबी/आरजेएस

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in