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चीन का अंतरिक्ष स्टेशन अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए खुलेगा

बीजिंग, 21 जून (आईएएनएस)। हाल ही में, चीनी अंतरिक्ष स्टेशन थिएन-ह के कोर मॉड्यूल में तीन चीनी अंतरिक्ष यात्रियों ने काम करना शुरू कर दिया है। अनुमान है कि वर्ष 2022 के अंत तक, चीन के अंतरिक्ष स्टेशन को कक्षा में सभी निर्माण कार्यों को पूरा करने के बाद बहु-विषयक अंतरिक्ष विज्ञान प्रयोगों को पूरा करने के लिए औपचारिक संचालन में डाल दिया जाएगा। वहीं, 16 देशों द्वारा संयुक्त रूप से बनाए गए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को 2024 में बंद कर दिया जाएगा, जब चीन का यह स्पेस स्टेशन अंतरिक्ष में काम करने वाला एकमात्र स्पेस स्टेशन बन जाएगा। चीनी अंतरिक्ष स्टेशन के सफल निर्माण को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का व्यापक ध्यान आकर्षित है। रूस और यूरोप जैसे कई देशों के अंतरिक्ष एजेंसियों, विशेषज्ञों और विद्वानों ने इस पर बधाई दी और चीन के साथ एयरोस्पेस विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहयोग शुरू करने की आशा जताई। रूसी राष्ट्रीय एयरोस्पेस निगम ने 17 तारीख को एक बयान जारी कर कहा, हम चीन के शेनचाओ नंबर 12 मानवयुक्त अंतरिक्ष यान के सफल प्रक्षेपण पर बधाई देते हैं। चीन की एयरोस्पेस तकनीक तेजी से विकसित हो रही है, और हम सहयोग के माध्यम से और अधिक करने में सक्षम होंगे। रूस और चीन भी एक अंतर्राष्ट्रीय चंद्र अनुसंधान स्टेशन बनाने के लिए सहयोग करेंगे। दोनों देश अंतरिक्ष सर्वेक्षण के दीर्घकालिक विकास में विश्वसनीय भागीदार बनेंगे। उधर, यूरोपीय अंतरिक्ष यात्री ट्रेनिंग केंद्र के एक विशेषज्ञ ने कहा, अब यूरोपीय अंतरिक्ष यात्रियों के लिए चीनी भाषा सीखना सबसे महत्वपूर्ण कार्य बन गया है। कुछ यूरोपीय अंतरिक्ष यात्रियों ने यहां तक कहा, हमारा भविष्य लक्ष्य है चीनी शेनचाओ अंतरिक्ष यान में सह-पायलट की स्थिति। चीन हमेशा एयरोस्पेस क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए खुला रहा है, और चीनी एयरोस्पेस वैज्ञानिकों ने रूस और यूरोप के अपने समकक्षों के साथ घनिष्ठ आदान-प्रदान बनाए रखा है। वहीं, रूसी और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसियों ने चीन के चांग-अ चंद्र अन्वेषण परियोजना और मंगल अन्वेषण परियोजना में भी सहायता प्रदान की है। चीन के चांग-अ नंबर 3 और 4 अंतरिक्ष यान तथा क्वेछियाओ रिले उपग्रह में यूरोपीय देशों के वैज्ञानिक उपकरणों और सेंसर से लैस थे। सो चीनी अंतरिक्ष स्टेशन परियोजना पर चीन और यूरोप के बीच वैज्ञानिक सहयोग तार्किक है, और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना हमेशा से वह सिद्धांत रहा है, जिसे चीन ने अंतरिक्ष अन्वेषण परियोजनाओं के विकास में बरकरार रखा है। उधर, अमेरिका ने केवल अपने मित्र देशों के लिए अंतरिक्ष परियोजनाएं खोला है, जबकि चीन ने कई साल पहले यह घोषित किया कि वह वैज्ञानिक अनुसंधान करने और मानव सभ्यता को साझा करने के लिए अपने अंतरिक्ष स्टेशन का उपयोग करने में किसी भी अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक अनुसंधान संगठन का स्वागत करेगा। फिलहाल चीन ने सारी दुनिया को अंतरिक्ष स्टेशन विज्ञान प्रयोग के लिए परियोजना आवेदन खुला है। विश्वास है कि भविष्य में चीन के अंतरिक्ष स्टेशन पर कई अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक प्रयोग लागू किए जाएंगे। अभी यह निश्चित किया गया है कि स्विट्जरलैंड, पोलैंड, जर्मनी, इटली, नॉर्वे, फ्रांस, स्पेन, नीदरलैंड, भारत, रूस, बेल्जियम, केन्या, जापान, सऊदी अरब, मैक्सिको और पेरू सहित 16 देशों की वैज्ञानिक अनुसंधान परियोजनाएं शामिल हो जाएंगी। वर्ष 2022 में जब अंतरिक्ष स्टेशन का संचालन औपचारिक तौर पर शुरू किया जाएगा, तब इन परियोजनाओं को एक के बाद एक अमल में लाया जाएगा। इन की वैज्ञानिक अनुसंधान परियोजनाओं में एयरोस्पेस मेडिसिन, अंतरिक्ष जीवन विज्ञान, अंतरिक्ष सामग्री विज्ञान, माइक्रोग्रैविटी की बुनियादी भौतिकी और नई एयरोस्पेस प्रौद्योगिकियों में प्रयोग आदि शामिल हैं। चीन मानव के समान भाग्य समुदाय की अवधारणा के मुताबिक हमेशा से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में खुलेपन और सहयोग के सिद्धांतों का पालन करता है। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के बंद होने के बाद चीनी अंतरिक्ष स्टेशन अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान सहयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। ध्यान रहे कि इससे पहले, चीन और रूस ने घोषणा की कि वे संयुक्त रूप से एक चंद्र अनुसंधान आधार का निर्माण करेंगे, जो ब्रह्मांड के मानव अन्वेषण के इतिहास में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर बन जाएगा। यह अंतरिक्ष अन्वेषण ब्रिक्स सहयोग की एक महत्वपूर्ण परियोजना है। ब्रिक्स सहयोग के ढांचे के तहत, भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका को भी चीन और रूस के नेतृत्व वाली अंतरिक्ष सहयोग परियोजनाओं में शामिल होने का अवसर है। चीन और भारत ने बाहरी अंतरिक्ष की खोज और उपयोग में आदान-प्रदान और सहयोग का समर्थन करने के लिए एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए। चीन का अंतरिक्ष स्टेशन, अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग के लिए अनुकूल सभी अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए खुला है। (साभार : चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग) --आईएएनएस एसजीके/एएनएम

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