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चीन का लक्ष्य दीर्घकालिक, संतुलित जनसंख्या विकास करना है

बीजिंग, 22 जुलाई (आईएएनएस)। चीन ने मंगलवार को अपनी जन्म नीति को अनुकूलित करने और अपनी आबादी के दीर्घकालिक, संतुलित विकास को बढ़ावा देने के लिए अपनी योजनाओं के ठोस विवरण की घोषणा की, जिससे अधिक बच्चे पैदा करने वाले जोड़ों को भौतिक सहायता दी जा सके। दरअसल, चीन ने जनसंख्या के मुद्दे को अपने एजेंडे में सबसे ऊपर रखा है। वर्ष 2013 में, देश ने जोड़ों को दूसरा बच्चा पैदा करने की इजाजत दी, यदि उनके माता-पिता इकलौती संतान थी, और एक बच्चे की नीति को समाप्त करते हुए वर्ष 2016 में जोड़ों को दो बच्चे पैदा करने की इजाजत दी गई। यह समझना जरूरी है कि जैसे-जैसे देश अधिक विकसित होते जाते हैं, प्रजनन क्षमता आमतौर पर निचले स्तर तक गिर जाती है। शहरीकरण, औद्योगीकरण और आधुनिकीकरण में चीन के सुधार के साथ, लोगों में कम बच्चे पैदा करने और उन्हें बेहतर पालन-पोषण और शिक्षा देने की प्रवृत्ति है। बीजिंग में निर्णय लेने वालों ने नागरिकों की चिंताओं को स्पष्ट रूप से समझा है और एक सुसंगत और व्यापक तरीके से प्रतिक्रिया दी है। अब से, नीतियों को लागू करने पर ध्यान दिया जाएगा, जिसका दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश और व्यापक दुनिया के लिए महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। हाल के वर्षों में नीतिगत बदलावों के बाद, वर्ष 2013 में लगभग 30 प्रतिशत की तुलना में, दूसरे बच्चे के जन्म में सभी नवजात शिशुओं का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा है। मई में प्रकाशित नवीनतम जनगणना के आंकड़ों के अनुसार, 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का अनुपात चीन की कुल जनसंख्या 2010 में 16.6 प्रतिशत से बढ़कर 2020 में 17.95 प्रतिशत हो गई। हालांकि, जनसंख्या की आयु संरचना में सुधार करने के लिए, एक नई श्रम शक्ति की आपूर्ति में वृद्धि, अंतर-पीढ़ी के अंतर्विरोधों को कम करने और चीनी समाज को मजबूत करने के लिए, तीन बच्चे पैदा करने की नीति की आवश्यकता है, साथ में जोड़ों के लिए तीन बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहन दिये जाने की भी आवश्यकता है। इन परिवर्तनों से चीन सार्वभौमिक बाल-देखभाल सेवाओं का विस्तार करेगा, और जन्म, बाल-देखभाल व शिक्षा की लागत में कमी करेगा और रोजगार में महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करेगा। (साभार-चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग) --आईएएनएस एएनएम

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