अमेरिका को अपने अंदरूनी मामलों पर ध्यान देना चाहिये : चीनी विदेश मंत्रालय
बीजिंग, 28 जुलाई (आईएएनएस)। 27 जुलाई को आयोजित चीनी विदेश मंत्रालय के नियमित संवाददाता सम्मेलन में किसी ने कहा कि हाल ही में अमेरिकी इप्सोस जनमत संग्रहण से यह जाहिर हुआ है कि 36 प्रतिशत अमेरिकी जनता के विचार में अमेरिकी लोकतंत्र संकट में फंस गया है। 50 प्रतिशत अमेरिकी लोगों के विचार में अमेरिकी लोकतंत्र के सामने गंभीर चुनौती मौजूद हुई। 75 प्रतिशत लोगों के ख्याल से वर्तमान में अमेरिकी राजनीतिक व्यवस्था रचनात्मक नहीं है, और 71 प्रतिशत लोगों के ख्याल से अमेरिका में जनता के लिये आवाज उठाने के अधिकारों का अभाव है। इसकी चर्चा में चाओ लीच्येन ने कहा कि यह तो अमेरिकी सरकार के मुंह में तथाकथित लोकतंत्र है। अमेरिका के कुछ राजनीतिज्ञ हमेशा इस लोकतंत्र के प्रकाशस्तंभ की छाया में रहते हैं। वे लोकतंत्र की आड़ में दूसरे देशों के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करते हैं। वास्तव में उन्हें सबसे पहले अपने देश में मौजूद लोकतांत्रिक मामलों पर ध्यान देना चाहिये। गौरतलब है कि इप्सोस जनमत संग्रहण के अलावा जून में आयोजित यूगोव जनमत संग्रहण से यह भी जाहिर हुआ है कि केवल 31 प्रतिशत लोगों ने अमेरिका की लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति आशा व्यक्त की है, जबकि 59 प्रतिशत जनता ने अमेरिका की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर असंतोष जताया है। (साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग) --आईएएनएस एएनएम