छग व ओडिशा की संयुक्त टीम जोरा नाला संगम का किया निरीक्षण
निरीक्षण की रिपोर्ट दोनों राज्यों के इंजीनियर संबंधित सरकार को सौपेंगे जगदलपुर,14 जनवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ और ओडिशा राज्य के जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों के संयुक्त टीम गुरुवार को इंद्रावती नदी-जोरा नाला संगम पर पंहुचकर निरीक्षण किया है। निरीक्षण की रिपोर्ट दोनों राज्यों के इंजीनियर संबंधित सरकार को सौपेंगी। गैर मानसून सीजन में इंद्रावती नदी-जोरा नाला संगम पर छत्तीसगढ़ और ओडिशा के बीच जल बंटवारा के लिए बने कंट्रोल स्ट्रक्चर से छत्तीसगढ़ को उसके हक का पानी नहीं मिलने की बात लगातार रखी जाती रही है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पिछले तीन वर्ष सेओडिशा को पत्र भेजकर शिकायत की जा रही थी कि राज्य को उसके हक का पानी नहीं मिल रहा है, लेकिन वह इसे मानने तैयार नहीं था। दोनों राज्यों के जलसंसाधन विभाग के इंजीनियरों की संयुक्त टीम ने बस्तर सीमा से पांच किमी दूरओडिशा के ग्राम सूतपदर में मौके का अवलोकन किया तो छत्तीसगढ़ की शिकायत सही पाई गई है। निरीक्षण के दौरान कंट्रोल स्ट्रक्चर के अपस्ट्रीम में इंद्रावती नदी में जलबहाव 7.22 क्यूमेक पाया गया। समझौते के अनुसार कुल जल बहाव काआधा-आधा कंट्रोल स्ट्रक्चर से दोनों राज्यों को मिलना था, लेकिन ऐसा नहीं पाया गया। इंद्रावती नदी स्थित कंट्रोल स्ट्रक्चर से 2.97 क्यूमेक (41.14 फीसद) छत्तीसगढ़की तरफ और 4.25 क्यूमेक (58.86 फीसद) पानी जोरा नाला स्थित कंट्रोल स्ट्रक्चर से बहकर ओडिशा की तरफ जा रहा था। जल संसाधन विभाग के टीम में ओडिशा जलसंसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर एवं मैनेजर इंद्रावती कोलाब बेसिन अश्विनी कुमारमहंती, चीफ कंस्ट्रक्शन इंजीनियर अपर कोलाब राजकिशोर बिस्वाल, ईई अपरकोलाब इरीगेशन प्रोजेक्ट बोरीगुमा, विश्वनाथ महंती ईई नवरंगपुर डिवीजन वछत्तीसगढ़ से शेख शाकिर अधीक्षण यंत्री इंद्रावती परियोजना मंडल, ईई बीएसभंडारी, एसडीओ धर्मेन्द्र मेश्राम शामिल थे। हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे-hindusthansamachar.in