भारत के लोकतंत्र का सबसे दुखद व काला अध्याय है आपातकाल: अश्विनी चौबे
भारत के लोकतंत्र का सबसे दुखद व काला अध्याय है आपातकाल: अश्विनी चौबे

भारत के लोकतंत्र का सबसे दुखद व काला अध्याय है आपातकाल: अश्विनी चौबे

आपातकाल के दौरान बक्सर-आरा के जेल में बंद थे केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने आपातकाल के दिनों को किया याद पटना, 25 जून (हि.स.)। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने आपातकाल के दिनों को याद किया। गुरुवार को उन्होंने कहा कि कांग्रेस की काली करतूत को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। आपात काल को लगाकर लोकतंत्र की गला को घोटने का काम कांग्रेस ने किया। भारतीय लोकतंत्र का सबसे दुःखद व काला अध्याय आपातकाल है। आपातकाल के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्य मंत्री चौबे बक्सर और आरा की जेल में बंद थे। उन्होंने कहा कि जेल में भ्रष्टाचार को लेकर हुए आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। घोर यातनाएं दी गई थीं। उस समय मेरे जैसे लाखों युवा देश के विभिन्न जेलों में बंद थे। रातों-रात देश को जेल बना दिया गया था। अभिव्यक्ति की आजादी को कैद कर लिया गया था। विपक्ष के नेताओं को जेल में डाल दिया गया। 25 जून 1975 को आपातकाल के विरोध में उठे हर स्वर का हृदय से वंदन करता हूं। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे ने छात्र आंदोलन का भी जिक्र करते हुए कहा कि जयप्रकाश नारायण के आह्वान पर छात्र भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिए थे। छात्र आंदोलन को पूरे देश में व्यापक समर्थन मिल रहा था। इससे कांग्रेस की सरकार बौखला गई थी। उन्होंने 2 जुलाई 1974 के फुलवारीशरीफ जेल कांड का भी जिक्र किया। अपने ऊपर हुए और यातनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जिस बेरहमी से आंदोलन को दबाने का प्रयास किया गया था। वह दिल दहलाने वाला था। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे ने कहा कि कांग्रेस का रवैया आज भी नहीं बदला है। जब जब कांग्रेस की सरकार बनी भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला। सैनिकों के शौर्य एवं पराक्रम पर कांग्रेस पार्टी उंगली उठाती है। आज सारा देश जहां सैनिकों का उत्साह बढ़ाने में लगी रहती है वहीं कांग्रेस मनोबल तोड़ने का काम करती है। वही हाल राजद का है। दोनों पार्टी परिवार की पार्टी बनकर रह गई है। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/विभाकर-hindusthansamachar.in

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