शहीद सिदो कान्हू के वशंज रामेश्वर मुर्मू के हत्या के विरोध में छात्रों ने  हूल उल्लगुलान दिवस नहीं मनाने का लिया निर्णय
शहीद सिदो कान्हू के वशंज रामेश्वर मुर्मू के हत्या के विरोध में छात्रों ने हूल उल्लगुलान दिवस नहीं मनाने का लिया निर्णय

शहीद सिदो कान्हू के वशंज रामेश्वर मुर्मू के हत्या के विरोध में छात्रों ने हूल उल्लगुलान दिवस नहीं मनाने का लिया निर्णय

दुमका, 25 जून (हि.स.)। संताल हूल के महानायक सिदो- कान्हू के हूल उल्लगुलान दिवस 30 जून को इस बार समारोहपूर्वक नहीं मनाया जायेगा। संताल परगना प्रमंडल के छात्रों ने शहीद सिदो कान्हू के छठे वशंज रामेश्वर मुर्मू के हत्या के विरोध में नाराजगी जाहिर करते हुए निर्णय लिया। छात्रों ने हूल दिवस समारोह कार्यक्रम नहीं मनाने का मांग करते हुए कहा कि पहले न्याय दो, बाद में सम्मान दो का नारा बुलंद किया। छात्रों ने वंशज रामेश्वर मुर्मू के हत्या का पोस्टमार्टम रिपोर्ट राजनीतिक साजिश के तहत गलत रिपार्ट बनाने का आशंका जतायी है । छात्रों ने बताया कि रामेश्वर मुर्मू की हत्या 12 जून को हुई थी। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट 23 जून को दिखाया गया। छात्रों ने गलत पोस्टमार्टम रिपोर्ट का विरोध करते हुए हत्याकांड का सीबीआई जांच की मांग करते हुए वंशजों को सुरक्षा मुहैया करवाने का मांग किया है। छात्रा ने कहा कि जब तक रामेश्वर मुर्मू के परिवार को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक किसी राजनीतिक दल एवं सामाजिक संगठन को साहिबगंज के भोगनाडीह में सिदो कान्हू के प्रतिमा पर माल्यार्पण नहीं करने का दिया जायेगा। छात्रों ने न्याय नहीं मिलने तक न्याय की गुहार लगाते रहने को डटे रहने की बात कही। विरोध करने वाले छात्रों में श्यामदेव हेम्ब्रम, एमानुएल हेम्ब्रम, जोसेफ बास्की, सिमोन मुर्मू, ठाकुर हांसदा, उपेंद्र मरांडी, थोमस टुडू, विमल कुमार टुडू, संजय हांसदा, सुशांती सोरेन, थोमस मुर्मू, संदीप बास्की, अनंती सोरेन, प्यारेलाल बेसरा, रविंद्र मरांडी आदि शामिल थे। हिन्दुस्थान समाचार / नीरज/ सबा एकबाल-hindusthansamachar.in

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