गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे : मुख्यमंत्री को पीएनबी के सीजीएम ने 750 करोड़ के ऋण का चेक सौंपा
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे : मुख्यमंत्री को पीएनबी के सीजीएम ने 750 करोड़ के ऋण का चेक सौंपा

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे : मुख्यमंत्री को पीएनबी के सीजीएम ने 750 करोड़ के ऋण का चेक सौंपा

-पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लिए सौंपा 1000 करोड़ का ऋण स्वीकृति पत्र लखनऊ, 13 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शनिवार को यहां उनके सरकारी आवास पर पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य महाप्रबन्धक (सीजीएम) स्वरूप कुमार साहा ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए स्वीकृत 750 करोड़ रुपये के ऋण का चेक प्रदान किया। इस अवसर पर विकास में बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बैंक आमजन के जीवन स्तर को उठाने और उसके लिए संसाधनों व साधनों की व्यवस्था करने में अग्रणी योगदान देते हैं। इससे रोजगार की सम्भावनाएं भी प्रबल होती हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब नेशनल बैंक ने विकास की प्रक्रिया में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। मुख्यमंत्री ने यूपीडा सहित परियोजना से जुड़े सभी अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि देश की सबसे बड़ी आबादी का राज्य उत्तर प्रदेश, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के योग्य मार्गदर्शन में अवस्थापना विकास के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। एक्सप्रेसवेज का संजाल इसी श्रृंखला की एक मजबूत कड़ी है। उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक की गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए लीड बैंक की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर सहित पूर्वांचल क्षेत्र एवं प्रदेश के विकास में अग्रणी योगदान देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा एवं चिकित्सा की दृष्टि से गोरखपुर पूर्वांचल का महत्वपूर्ण केन्द्र है, जहां पड़ोसी राज्य बिहार और नेपाल राष्ट्र से भी लोग आते हैं। गोरखपुर के विकास का लाभ लगभग 05 करोड़ की जनसंख्या को प्राप्त होता है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर औद्योगिक गलियारे का निर्माण विकास को गति देगा। अगले वर्ष गोरखपुर में एम्स पूरी तरह कार्य करने लगेगा। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में लम्बे अरसे से बन्द पड़े फर्टीलाइजर कारखाने को संचालित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में इस समय 03 एक्सप्रेसवेज-पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे तथा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर तेजी से कार्य चल रहा है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर को आजमगढ़ होते हुए लखनऊ से जोड़ेगा। इस परियोजना के पूरा हो जाने पर गोरखपुर से राष्ट्रीय राजमार्ग के माध्यम से लखनऊ तक यात्रा करने में जो समय लगता है, उतना ही समय एक्सप्रेस-वे के द्वारा गोरखपुर से लखनऊ पहुंचने में लगेगा। उन्होंने कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के माध्यम से वाराणसी और गोरखपुर की यात्रा कम समय में की जा सकेगी और यह परियोजना पूर्वांचल के इन 02 महत्वपूर्ण नगरों को और निकट ले आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा एक्सप्रेस-वे के डीपीआर की कार्यवाही अन्तिम चरण में है। यह सभी एक्सप्रेस-वे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए आर्थिक विकास की धुरी बनेंगे। उन्होंने कहा कि विगत तीन वर्षों में प्रदेश में निवेश अनुकूल वातावरण बना है। कनेक्टिविटी बेहतर हुई है। एक्सप्रेस-वे का निर्माण कनेक्टिविटी के दृष्टिगत आज के समय की आवश्यकता है। औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से उत्पन्न के संकट के समय में भी उत्तर प्रदेश में जिस तरह से मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में कार्य किया गया, उसे सभी ने देखा व सराहा है। वर्तमान में जब सभी इस बात पर चिंतित हैं कि प्रगति और विकास की तरफ कैसे बढ़ें, ऐसे समय में आज का यह आयोजन विश्वास जताता है। यह विकास की प्रक्रिया का प्रत्यक्ष उदाहरण है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तथा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे विकास के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। इस अवसर पर बैंक ऑफ इण्डिया के महाप्रबन्धक बृजलाल द्वारा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लिए 1000 करोड़ रुपये का ऋण स्वीकृति पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा गया। पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य महाप्रबन्धक स्वरूप कुमार साहा ने अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए प्रदेश के विकास में पंजाब नेशनल बैंक के योगदान की चर्चा की। उन्होंने कहा कि पंजाब नेशनल बैंक सरकार की योजनाओं एवं प्रदेश के विकास में हमेशा भागीदार रहा है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए बैंक द्वारा 750 करोड़ रुपये के ऋण स्वीकृत किया गया है। इसके पूर्व में, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लिए 2300 कराड़ रुपये का ऋण प्रदान किया गया था। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि पंजाब नेशनल बैंक पूर्व की तरह भविष्य में भी प्रदेश के विकास में अपनी भागीदारी निभाता रहेगा और जिम्मेदार भूमिका का निर्वहन करेगा। यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी तथा अपर मुख्य सचिव सूचना व गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे प्रदेश का 5वां ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे परियोजना के निर्माण के लिए बैंकों से कन्सोर्शियम के माध्यम से 2250 करोड़ रुपये का ऋण लेने की व्यवस्था की गई है। इसके तहत पंजाब नेशनल बैंक द्वारा 750 करोड़ रुपये का ऋण प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे के निर्माण से गोरखपुर क्षेत्र के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। एक्सप्रेस-वे के प्रवेश नियंत्रित होने से वाहनों की ईंधन खपत में महत्वपूर्ण बचत, समय की बचत एवं पर्यावरणीय प्रदूषण का नियंत्रण भी सम्भव हो सकेगा। हिन्दुस्थान समाचार/संजय-hindusthansamachar.in

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