बुंदेसलिगा के खिलाड़ियों को सजा नहीं बल्कि तारीफ मिलनी चाहिये : जियानी इन्फेंटिनो
बुंदेसलिगा के खिलाड़ियों को सजा नहीं बल्कि तारीफ मिलनी चाहिये : जियानी इन्फेंटिनो

बुंदेसलिगा के खिलाड़ियों को सजा नहीं बल्कि तारीफ मिलनी चाहिये : जियानी इन्फेंटिनो

वाशिंगटन, 03 जून (हि.स.)। विश्व फुटबॉल की नियामक संस्था फीफा के अध्यक्ष जियानी इन्फेंटिनो ने कहा है कि मैचों के दौरान जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के विरोध में प्रदर्शन करने वाले बुंदेसलिगा के खिलाड़ियों को सजा नहीं बल्कि तारीफ मिलनी चाहिये। इन्फेंटिनो ने एक बयान में कहा, " फीफा प्रतियोगिता में बुंडेसलिगा मैचों में खिलाड़ियों के हालिया प्रदर्शनों को सराहा जाएगा, न कि उन्हें दंडित किया जाएगा।" उन्होंने कहा, "हम सभी को जातिवाद और भेदभाव को किसी भी रूप में सही नहीं कहना चाहिए। हम सभी को हिंसा को ना कहना चाहिए। हिंसा का कोई भी रूप नहीं होता है।" उन्होने कहा, ‘‘पहली पेशेवर हैट्रिक। खट्टा मीठा अनुभव क्योंकि दुनिया में और भी महत्वपूर्ण चीजें हो रही है। हमें उन पर अपनी राय रखनी होगी। सभी को एक होकर इंसाफ के लिये लड़ना होगा।’’ उन्होने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि बुंदेसलीगा मैचों के दौरान प्रदर्शन करने वाले इन खिलाड़ियों को सजा नहीं मिलनी चाहिये बल्कि ये तारीफ के हकदार हैं। बता दें कि जर्मनी के बुंदेसलीगा के चार युवा फुटबॉलरों ने अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मौत और पुलिस के हाथों अन्य अश्वेत लोगों की हत्या के विरोध में बयान देते हुए इंसाफ की मांग की थी। इंग्लैंड के 20 वर्ष के विंगर जाडोन सांचो , मोरक्को के 21 साल के राइट बैक अशरफ हकीमी और 22 साल के मार्कस थुरम ने रविवार को मैदान पर बयान दिया था। इससे पहले शाल्के के अमेरिकी मिडफील्डर वेस्टन मैकेनी ने विरोध जताया था। बोरूसिया डार्टमंड के खिलाफ हैट्रिक लगाने वाले सांचो ने पहले गोल के बाद जर्सी उतारी तो उनके टीशर्ट पर हाथ से लिखा था ‘ जस्टिस फोर जॉर्ज फ्लॉयड।’’ इसके लिये उनकी शिकायत दर्ज कराई गई थी। हिन्दुस्थान समाचार/सुनील-hindusthansamachar.in

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