नीना-गुप्ता-की-'द-लास्ट-कलर'-दिखाती-है-आदमी-के-बिना-कितनी-बेबस-होती-है-औरत-की-जिंदगी!
नीना-गुप्ता-की-'द-लास्ट-कलर'-दिखाती-है-आदमी-के-बिना-कितनी-बेबस-होती-है-औरत-की-जिंदगी!

नीना गुप्ता की 'द लास्ट कलर' दिखाती है आदमी के बिना कितनी बेबस होती है औरत की जिंदगी!

कहने के लिए बदलते वक्त के साथ महिलाओं की समाजिक स्थिति में बदलाव हुआ है लेकिन जमीनी स्तर पर देखा जाए तो अभी भी कुछ ऐसे रीति रिवाज है जिन्होंने औरतों को जकड़ कर रखा हुआ है। अभी भी सामाज में एक औरत की पहचान बिना आदमी के पूरी नहीं क्लिक »-www.prabhasakshi.com

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