सुपुर्द-ए-खाक हुईं सरोज खान, तीन दिन बाद होगी प्रार्थना
सुपुर्द-ए-खाक हुईं सरोज खान, तीन दिन बाद होगी प्रार्थना

सुपुर्द-ए-खाक हुईं सरोज खान, तीन दिन बाद होगी प्रार्थना

मोनिका शेखर मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का कार्डियक अरेस्ट से गुरुवार देर रात निधन हो गया। वह 71 साल की थी। आज सुबह मलाड के कब्रिस्तान में सरोज खान को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। सरोज की बेटी सुकैना खान ने बताया कि परिवार जल्द ही प्रार्थना सभा आयोजित करेगा। प्रार्थना सभा तीन दिन बाद आयोजित की जाएगी। तीन बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कोरियोग्राफर सरोज खान की तबीयत कुछ समय से ठीक नहीं थी। सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद उन्हें पिछले शनिवार को बांद्रा के गुरु नानक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका कोविड-19 टेस्ट निगेटिव आया था। गुरुवार रात अस्पताल में कार्डिक अरेस्ट के कारण उनका निधन हो गया। सरोज खान बॉलीवुड में मास्टरजी के नाम से फेमस थी। अपने चार दशक के करियर में उन्होंने 2,000 से अधिक गीनों को कोरियोग्राफ किया था। सरोज खान का सबसे अच्छा काम अभिनेत्री श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित के साथ था, जो 80 और 90 के दशक के प्रमुख अभिनेत्री थी। सरोज खान ने तीन साल की उम्र में एक बाल कलाकार के रूप में इंडस्ट्री में अपना करियर शुरू किया और बाद में वह बैकग्राउंड डांसर के रूप में काम करने लगी। उन्होंने 1974 में फिल्म गीता मेरा नाम से स्वतंत्र कोरियोग्राफर का काम शुरू किया और फिर बॉलीवुड में 80 के दशक में वह बॉलीवुड की प्रमुख कोरियोग्राफर बन गई। जब वह 13 साल की थी तब उनकी शादी 41 वर्षीय मास्टर बी. सोहनलाल से हुई थी। सरोज खान का असली नाम निर्मला नागपाल था। 1963 में सरोज खान के बेटे राजू खान का जन्म हुआ। सरोज की एक बेटी कुकु भी हैं। बतौर कोरियोग्राफार सरोज खान की आखिरी फिल्म कलंक थी। इस फिल्म में उनके साथ माधुरी दीक्षित ने काम किया था। सरोज खान का निधन बॉलीवुड इंडस्ट्री के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in

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