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दुर्ग:प्रदेश के कोरोना मरीजों की लाइफ लाइन बनी भिलाई की ऑक्सीजन

बीएसपी से राज्य शासन को 2410 मिट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति दुर्ग, 19 अप्रैल( हि. स.)।भिलाई इस्पात संयंत्र ने छत्तीसगढ़ प्रदेश के संकटकालीन जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ऑक्सीजन की निरन्तर आपूर्ति सुनिश्चित की है। आज सिलेंडरों में भरी भिलाई की आक्सीजन छत्तीसगढ़ के मरीजों की लाइफ लाइन बन चुकी है। भिलाई का आक्सीजन छत्तीसगढ़ के मरीजों के लिए जीवनदायिनी बन चुका है। बीएसपी बिरादरी ने छत्तीसगढ़ के आक्सीजन की इस बढ़ते जरूरत को बड़ी शिदद्त से महसूस किया है। यही वजह है कि भिलाई इस्पात संयंत्र ने मेडिकल क्षेत्र में ऑक्सीजन की आपूर्ति को निर्बाध गति से कायम रखा। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा संचालित ऑक्सीजन प्लांट-2 जो कि प्रतिदिन 25 टन मेडिकलऑक्सीजन तथा बीओओ-आधारित मेसर्स प्राॅक्स एयर से 240 टन लिक्विड मेडिकल आक्सीजन का निरन्तर उत्पादन किया जा रहा है। इस प्रकार भिलाई इस्पात संयंत्र प्रतिदिन 265 टन मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन कर रहा है। आक्सीजन प्लांट-2 ने अप्रेल-2020 से 15 अप्रेल-2021 के मध्य विभिन्न प्रकार के कुल 6016 आक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति की है। जिसमें 6 नाॅर्मल क्यूबिक मीटर वाले 4006 एवं 2.6 नाॅर्मल क्यूबिक मीटर वाले 926 तथा 1.3 नाॅर्मल क्यूबिक मीटर वाले 1084 आक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई की है। दुर्ग के जिला प्रशासन को भी मदद स्वरूप आकस्मिक रूप से निःशुल्क ऑक्सीजन उपलब्ध करा रहा है। 31 मार्च से लेकर 15 अप्रेल, तक 80 आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने के साथ ही 81 खाली सिलेंडर्स को ऑक्सीजन भरकर वापस किया गया। इस प्रकार 161 सिलेंडर्स जिला प्रशासन को निःशुल्क उपलब्ध कराया गया। अस्पताल के विभिन्न वार्डाें से लेकर आईसीयू तक इन आक्सीजन सिलेंडर्स ने हजारो मरीजों का जीवन बचाने में सफलता पायी है। हिन्दुस्थान समाचार/अभय जवादे

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