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दुर्ग: 4 जिलों से लगी सीमाएं सील, मार्केट में पसरा रहा सन्नाटा

दुर्ग, 6 अप्रैल (हि. स.)। जिले में आज से लगाए गए लॉकडाउन का असर सुबह से ही ग्रामीण एवं शहरी दोनों ही क्षेत्रों में दिखना शुरू हो गया। पुलिस के द्वारा सख्ती दिखाते हुए बेमेतरा बालोद एवं रायपुर जिले से बिना इमरजेंसी के नागरिकों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। 11 स्थानों पर पॉइंट लगाकर जिले की सीमा को सील किया गया है। चाक-चौबंद व्यवस्था के लिए 1110 पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों की 24 घंटे ड्यूटी लगाई गई है 75 पेट्रोलिंग पार्टियां कार्य कर रही है शहर में कुल 26 चेकिंग पॉइंट बनाए गए हैं ताकि कोविड-19 गाइडलाइन का पूर्णता पालन कराया जा सके। गाइडलाइन का उल्लंघन करने वाले को सजा के तौर पर 4 घंटे तक धूप में खड़ा किया जाएगा। सुबह से ही शहर के सारे महत्वपूर्ण बाजारों में पूरी तरह से सन्नाटा बना रहा। इसके साथ ही शहर के सारे महत्वपूर्ण चौक चौराहों पर पुलिस की टीम मॉनिटरिंग करती रही। जिलाधीश डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे के द्वारा 6 से 14 अप्रैल तक पूर्णता लॉकडाउन की घोषणा की गई थी इसी के क्रियान्वयन में आज दुर्ग जिले की पूरी सीमा को सील कर दिया गया है इसके लिए अमलेश्वर ,पाटन, धमधा ,कुम्हारी ,नंदिनी ,अंजोरा से लगने वाले दिगर जिलों की सीमा पर 11 पॉइंट बनाकर सीमाएं सील कर दी गई है। इमरजेंसी की स्थिति में ई-पास के जरिए ही प्रवेश प्राप्त होगा। पुलिस एवं निगम की मोबाइल टीम पूरे शहर भर में घूम-घूम कर यह देख रही है कि कहीं लॉकडाउन का उल्लंघन तो नहीं हो रहा लेकिन नागरिकगण स्वत: स्फूर्त कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने की दिशा में भागीदारी निभाने घर से नहीं निकल रहे हैं। केवल मेडिकल इमरजेंसी, टेस्टिंग, वैक्सीनेशन के लिए ही लोग बाहर निकल रहे हैं। औद्योगिक क्षेत्र के अनेक उद्योग अब भी कर्मचारियों से काम ले रहे हैं जिसके चलते कुछ फौजी नगर, छावनी व खुर्सीपार की कुछ कम्पनियों में काम चालू रहा। श्रमिकों ने बताया कि पारिश्रमिक काट लेने की वजह से उन्हें मजबूरन काम पर जाना पड़ रहा है, मुख्य चौक चौराहों को छोड़ अन्य रास्तों से वो कम्पनियों तक पहुंच रहे हैं। कुम्हारी पुलिस के द्वारा लॉकडाउन से निपटने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। हिन्दुस्थान समाचार/ अभय जवादे

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