मानवता के उपासक और सिद्धांतों के पक्के  इंसान थे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी : गिरिराज सिंह
मानवता के उपासक और सिद्धांतों के पक्के इंसान थे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी : गिरिराज सिंह

मानवता के उपासक और सिद्धांतों के पक्के इंसान थे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी : गिरिराज सिंह

बेगूसराय, 23 जून (हि.स.)। एक राष्ट्र, एक विधान ,एक निशान का सपना संजोने वाले प्रखर राष्ट्रवादी, मानवता के सच्चे उपासक और सिद्धांतवादी राजनीतिज्ञ डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर मंगलवार को कृतज्ञ देशवासी उन्हें श्रद्धापूर्वक याद कर रहे हैं। डॉ. मुखर्जी की पुण्यतिथि को भारतीय जनता पार्टी बलिदान दिवस के रूप में मना रही है तथा इस मौके पर बेगूसराय जिला मुख्यालय समेत सभी 35 मंडलों में कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें याद किया गया है। बेगूसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने उन्हें याद करते हुए कहा कि महान शिक्षाविद्, प्रखर राष्ट्रवादी विचारक और भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भावभीनी श्रद्धांजलि। उन्होंने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक महान शिक्षाविद और चिंतक होने के साथ-साथ भारतीय जनसंघ के संस्थापक प्रखर राष्ट्रवादी और देशभक्त थे। सच्चे अर्थों में मानवता के उपासक और सिद्धांतों के पक्के इंसान डॉ. मुखर्जी ने संसद में हमेशा राष्ट्रीय एकता की स्थापना को प्रथम लक्ष्य रखा। उन्होंने कहा था कि राष्ट्रीय एकता के धरातल पर ही सुनहरे भविष्य की नींव रखी जा सकती है। भाजपा वाणिज्य प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक नीरज कुमार ने कहा कि एक मजबूत और एकजुट भारत निर्माण के दृढ़ निश्चयी, मानवता के उपासक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उन्हें शत शत नमन। धारा 370 के सदैव विरोधी रहे डॉ. मुखर्जी के सपनों को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी हार्दिक बधाई। जिला मीडिया प्रभारी सुमित सन्नी ने कहा कि डॉ. मुखर्जी की पुण्यतिथि को भारतीय जनता पार्टी पूरे जिले में बलिदान दिवस के रूप में मना रही है। अपने सर्वस्व बलिदान से भाजपा के दो सांसदों से शुरू की गई यात्रा को आज विश्व की सर्वाधिक कार्यकर्ताओं वाली पार्टी बनाने में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जो भूमिका निभाई थी, उसी का प्रतिफल है कि भाजपा सबसे अधिक कार्यकर्त्ताओं वाली पार्टी बनकर दोबारा विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक शक्ति की सत्ता में है। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/विभाकर-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in