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धमतरी : सब्जी मंडी बंद होते ही टमाटर के दाम बढ़े

धमतरी, 15 अप्रैल ( हि. स.)। सब्जी मंडी बंद होने के दूसरे दिन से ही सब्जियों के दाम में उछाल आ गया। 10 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर 20 रुपये में डेढ़ किलो बिकने लगा है। लाकडाउन होते ही चिल्लर व्यवसायी सामाग्रियों और सब्जियों के दाम बढ़ाकर जमकर मुनाफा कमाते हैं, इसे लेकर लोगों में नाराजगी है। बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए 14 अप्रैल को थोक सब्जी व्यवसायियों ने पांच दिनों के लिए सब्जी मंडी बंद रखने का निर्णय लिया। इसका चिल्लर सब्जी व्यवसायी जमकर फायदा उठा रहे हैं। सब्जी मंडी बंद होने के दूसरे दिन से ही शहर के चिल्लर सब्जी बाजारों में सब्जियों के दाम पहले से बढ़ गया। 15 अप्रैल की सुबह शहर के सब्जी बाजार रामबाग, इतवारी बाजार समेत अन्य बाजारों में सब्जियों के दाम बढ़े हुए थे। 14 अप्रैल को टमाटर 10 रुपये किलो में बिका, लेकिन दूसरे दिन सब्जी मंडी बंद होने का कारण बताकर चिल्लर सब्जी विक्रेता सीधे 20 रुपये में डेढ़ किलो टमाटर बेचने लगे। इससे उपभोक्ताओं में नाराजगी देखने को मिली। वहीं अन्य सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं। सब्जी खरीदने पहुंचे उमेश साहू, निर्मल कुमार, सुरेखा बाई ने कहा कि लाकडाउन का फायदा थोक व चिल्लर व्यवसायी जमकर उठाते हैं। आम उपभोक्ताओं को लाकडाउन के समय तक मजबूरी में महंगे दामों में सब्जी व सामग्रियां खरीदना पड़ती है। ऐसे लोगों के खिलाफ शासन-प्रशासन की टीम मुनाफाखोरी को लेकर निरीक्षण कर शीघ्र कार्रवाई करें, ताकि लाकडाउन के बीच मुनाफाखोरी का अवैध कारोबार बंद हो सके। फेरी लगाकर सब्जियां बेच रहे उत्पादक थोक सब्जी मंडी कुछ दिनों के लिए बंद होने के कारण शहर व ग्रामीण अंचलों के सब्जी उत्पादकों की परेशानी बढ़ गई है। अपनी सब्जी बाड़ियों और खेतों में उत्पादित सब्जियों को सब्जी उत्पादक इन दिनों शहर व गांवों की गलियों में फेरी लगाकर बेच रहे हैं। समय पर सब्जियां बेचने के लिए कम दाम पर भी लोगों को उपलब्ध करा रहे हैं, ताकि उनके उत्पादित सब्जियां खराब न हो जाए। जब तक थोक सब्जी मंडी बंद रहेगा, इन सब्जी उत्पादकों को अपने उत्पादित सब्जियों को बेचना व खपाना किसी चुनौती से कम नहीं है। वहीं बड़े सब्जी उत्पादकों की तो परेशानी ही बढ़ गई है। सब्जी बाजार में बाड़ियों की सब्जियां अब अधिक दिखाई देने लगी है। लोग इन सब्जियों को हाथों हाथ खरीद भी रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन

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