dhamtari-sampa-memorandum-to-the-chief-minister39s-name-collector-demanding-bamboo
dhamtari-sampa-memorandum-to-the-chief-minister39s-name-collector-demanding-bamboo

धमतरी:बांस की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को साैंपा ज्ञापन

धमतरी, 6 फरवरी ( हि. स.)।छत्तीसगढ़ आदिवासी कंडरा समाज प्रदेश अध्यक्ष भोला मरकाम की अपील पर आदिवासी कंडरा समाज धमतरी जिला के उमेश कंडरा के नेतृत्व में बांस की मांगों को लेकर समाज के लोग धमतरी मुख्यमंत्री के नाम से कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने कलेक्टोरेट पहुंचे। छत्तीसगढ़ आदिवासी कंडरा समाज के टीकाराम, किशोर, प्रवीण, कृष्ण कुमार, सुरेंद्र कंडरा, बलराम, नंदकुमारने बताया कि बीते आठ नौ सालों से कंडरा समाज के लोगों को निर्धारित मात्रा में बांस उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। गुहार लगाने पर वन विभाग के अधिकारी बांस की अनुपलब्धता बता कर पल्ला झाड़ लेते हैं। दूसरी ओर पिछले सीएम से लेकर क्षेत्रीय विधायक, अधिकारियों से महज आश्वासन से परेशान होकर अब समाज के कुछ लोगों ने अपना पुश्तैनी धंधा तक तक छोड़ दिया है। इसके अलावा कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। इंदिरा गांधी शासनकाल में आदिवासी कंडरा समाज के लिए बंसल बही खाता दिया गया है। एक बही के अंतर्गत प्रतिवर्ष 1505 देने का प्रावधान है, लेकिन बीजेपी शासन काल से लेकर अब तक 100 से ढाई सौ नग ही अब तक प्राप्त हुआ है। बाकी 1250 बांस का अब तक पता नहीं। इस वजह से समाज के लोगों को भुखमरी के दिन देखने को मिल रहा है। बंसोड़ के बही खाता उनके पास नहीं रहता है, विभाग में ही जमा रहता है। परिवार के मुखिया की मृत्यु उपरांत नाम ट्रांसफर नहीं किया जा रहा है और ना ही परिवार के नए सदस्य का खाता बनाया जा रही है। \ कंडरा समाज के लोगों को उनका पुश्तैनी काम का लाभ नहीं मिल पा रहा है। बाहर बाजार से 200 रुपये में बांस खरीद कर सामान बनाकर ठेकेदारों को कम मूल्य में बांस से बने सामान बेचना पड़ रहा है। डिपो से बांस नहीं मिलने के कारण बाजार में 200 रुपये की दर से बांस खरीद कर उसका सामान बनाकर ठेकेदारों को देते हैं। समाज के लोग जैसे तैसे वहां से वस्तु बनाकर जीवन यापन कर रहे हैं। राज्य शासन द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार प्रतिवर्ष 1500 नग बांस प्रदान करने के लिए राज्य शासन के विभिन्न विभागों में समय-समय पर आवश्यकतानुसार बांस से निर्मित उत्पादन खरीदने जाते हैं, जिसे हमारे समाज की पंजीकृत महिला स्व सहायता समूह तथा वन विभाग द्वारा पंजीकृत बंसोड़ बही, बांस कार्ड धारी कंडरा आदिवासी समाज से खरीदने के लिए प्राथमिकता प्रदान किया जाए। मांग करने वालों में रेखा, सरिता, शिव, सीताराम, टीकाराम, दुकालू, तिलक, जितेंद्र कुमार, मनोहर, कन्हैया, सत्य प्रकाश कंडरा, रामकुमार, रवि कुमार, सावित्री कंडरा, अंजोर सिंह कंट्रा, कन्हैया राम कंडरा, ममता कंडरा शामिल हैं। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in