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धमतरी : मनरेगा के विभिन्न कार्यों से प्रवासी श्रमिकों की आर्थिक व्यवस्था हुई सुदृढ़

धमतरी, 18 फरवरी ( हि. स.)। ग्रामीण श्रमिकों के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना आर्थिक समृद्धि का वरदान साबित हुई है। लाकडाउन के चलते मजदूर पूरी तरह से बेरोजगार हो गये थे। ऐसे स्थिति में उन्हें रोजगार देने का काम सिर्फ मनरेगा ने ही किया है। एक ओर संक्रमण से बचने पूरा देश लाकडाउन था, दूसरी ओर मजदूरों के हाथों में मनेरगा ही आजीविका अर्जित करने का सबसे सशक्त माध्यम था। बरसात के समय खेती किसानी का काम करने के बाद गर्मी में मजदूर पूरी तरह से खाली हो गए थे। इनकी अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही थी इसलिए शासन ने मनरेगा के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देना शुरू किया। धमतरी विकासखंड के 67 प्रवासी श्रमिकों में से 16 श्रमिकों ने तालाब गहरीकरण, मिट्टी सड़क, नाला सफाई कार्य में 412 दिवस का कार्य कर 78 हजार 280 रुपये की मजदूरी प्राप्त किया। कुरुद विकासखंड के 49 प्रवासी श्रमिकों में से 47 श्रमिकों को तालाब गहरीकरण, पौधरोपण कार्य, मिट्टी मुरूम सड़क, नाला सफाई, धरसा सड़क निर्माण, मिनी स्टेडियम, मिश्रित वृक्षारोपण कार्य, पशुशेड निर्माण, धान चबूतरा निर्माण, निर्मला घाट एवं डबरी निर्माण कार्य में 586 दिवस का रोजगार प्रदान कर एक लाख 11 हजार 340 रुपये की राशि भुगतान की गई। मगरलोड विकासखंड के 16 प्रवासी श्रमिकों ने भूमि सुधार कार्य, डबरी निर्माण कार्य, मिट्टी सड़क निर्माण कार्य, आक्सीजोन पौधरोपण कार्य, नया तालाब निर्माण कार्य, तालाब गहरीकरण कार्य, नाला सफाई कार्य में 268 दिन का रोजगार दिया गया जिसके एवज में 50 हजार 920 रुपये की मजदूरी भुगतान किया गया। नगरी विकासखंड के 162 श्रमिकों को भूमि सुधार, तालाब गहरीकरण सह पचरी एवं निर्मलाघाट निर्माण, मिट्टी सड़क निर्माण, नाला सफाई एवं गाद निकासी कार्य, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए शेड निर्माण कार्य, पशुशेड निर्माण कार्य, नवीन आंगनबाड़ी भवन निर्माण कार्य, बाजार शेड, चबूतरा, युरिनल डस्टबिन निर्माण कार्य कुंआ निर्माण कार्य में 4536 दिवस कार्य अर्जित कर आठ लाख 61 हजार 844 रुपये का भुगतान किया गया। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन-hindusthansamachar.in

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