dhamtari-gaukastha-and-other-products-prepared-by-women39s-group-need-better-market
dhamtari-gaukastha-and-other-products-prepared-by-women39s-group-need-better-market

धमतरी : महिला समूह द्वारा तैयार गौकाष्ठ व अन्य उत्पाद को बेहतर बाजार की दरकार

धमतरी, 05 फरवरी ( हि. स.)। शहर के दानीटोला वार्ड स्थित जैविक खाद सेंटर में गौकाष्ठ, कंडे, जैविक खाद, वर्मी वाश का निर्माण हो रहा है। इससे महिलाओं को रोजगार मिला है। जिस उद्देश्य से यहां पर इन सामानों का निर्माण हो रहा है उसमें तेजी नहीं आ पाई है। यही कारण है कि महिलाओं को आशाअनुरूप मुनाफा नहीं हो पा रहा है। समिति की महिलाओं का कहना है कि उत्पादों का बेहतर ढंग से प्रचार प्रसार किया जाए ताकि, उत्पादों की अच्छी बिक्री अच्छे से आमदनी में बढ़ोतरी हो सके। वर्तमान में उत्पादों की बिक्री से मुनाफा नाम मात्र का हो रहा है। समिति की सचिव मधु लता साहू, द्रोपदी जांगड़े, आशा महिलागे, सुलोचना बंजारे, सुशीला रात्रे, प्रमिला टंडन, उत्तरा पटेल, गीतांजलि ने बताया कि वर्तमान में यहां निर्मित उत्पादों की बिक्री की रफ्तार धीमी है। अधिक बिक्री से ही मुनाफा हो पाएगा। फिलहाल यहां गौकाष्ठ, कंडे, जैविक खाद, वर्मी वाश तैयार जा रहे हैं। शहर से कचरा संग्रहण करने के बाद सुबह आठ से दोपहर तीन बजे दानीटोला वार्ड में स्थित एसआएलएम सेंटर की अलग-अलग युनिट में वर्मी कंपोस्ट के अलावा गोकाष्ठ (गोबर की लकड़ी), कंडे, अगरबत्ती और वर्मी वाश तैयार करती हैं। संघ की अध्यक्ष मधुलता साहू ने बताया कि निगम क्षेत्र में ऐसे चार सेंटर संचालित हैं, जहां वर्मी कंपोस्ट तैयार किया जाता है, साथ ही कंडे, गौकाष्ठ, वर्मी वाश और अगरबत्ती भी तैयार किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि यहां पर निर्मित गौकाष्ठ की काफी मांग है। संघ की सदस्य संगीता बारले व भारती साहू ने बताया कि गोधन न्याय योजना के अंतर्गत समूह की महिलाओं के द्वारा नाडेप टांकों में केंचुआ डालकर 45 से 60 दिनों के भीतर वर्मी कंपोस्ट तैयार किया जाता है।नगरपालिक निगम धमतरी के नवज्योति शहर स्तरीय संघ में 175 महिलाएं शामिल हैं। नगर पालिक निगम के आयुक्त आशीष टिकरिहा ने बताया कि निगम क्षेत्र के अलावा नगर पंचायतों में भी इसकी आपूर्ति की जा रही है। यहां अलाव के तौर पर जलाने के साथ-साथ ढाबों में ईंधन (चूल्हा) के रूप में, शवदाह गृहों में शवों को मुखाग्नि देने तथा हवन-पूजन में लकड़ी के विकल्प के तौर पर आहुति देने का भी कार्य किया जा रहा है। शहर के एसआरएलएम सेंटरों में औसतन छह हजार कंडे, 4500 गौकाष्ठ और ढाई हजार लीटर वर्मी वाश तैयार हो रहे हैं। एक क्विंटल गौकाष्ठ का मूल्य एक हजार रुपये तथा कंडे की कीमत 300 रुपये प्रति सैकड़ा है, जबकि वर्मी वाश लिक्विड 35 रुपये प्रतिलीटर की दर से बेचा जाता है। इन उत्पादों को थोक के अलावा चिल्हर में भी बेचा जाता है जिसे मोबाइल नंबर 7470739265 पर काल करके बुकिंग कराई जा सकती है। तथा इनकी घर पहुंच सेवा भी उपलब्ध है। शहर के पांच स्थानों पर गौकाष्ठ से जलाया जा रहा अलाव स्वच्छता समन्वयक शशांक मिश्रा ने बताया कि शहर के नया बस स्टैंड, अंबेडकर चौक, सिहावा चौक, रत्नाबांधा चौक, नहर नाका चौक के पास प्रतिदिन अलाव जलाया जा रहा है, जिसमें गौकाष्ठ का उपयोग किया जा रहा है। सेंटरों में अब तक 39 हजार रुपये की केंचुआ खाद बेची जा चुकी है। शहर के दानीटोला वार्ड, सोरिद वार्ड, नवागांव वार्ड तथा गोकुलपुर वार्ड में ये उत्पाद तैयार हो रहे हैं। निगम क्षेत्र में 201 वर्मी बेड व 300 ग्रीन बैग में वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन किया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in