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धमतरी : हाथियों को बांध पार कराने वन विभाग फेल

धमतरी, 20 फरवरी ( हि. स.)। पिछले दो दिनों से चंदा हाथियों का दल गंगरेल बांध में ठहरा हुआ है। रात में पुन: हाथियों के दल ने न्यू गार्डन में प्रवेश कर सामाग्रियों को तोड़कर जल संसाधन विभाग को लाखों का नुकसान पहुंचाया है। वहीं रात में हाथियों को गंगरेल बांध के गेट से बांध पार कराकर घने जंगलों की ओर ले जाने वन विभाग का प्लान पूरी तरह से फेल हो गया। गेट के प्रवेश द्वार पर रखे केला पेड़ व केला को खाकर छह हाथियों का दल पुन: वापस लौट आया। फिलहाल हाथियों का दल गंगरेल बांध के जामबाहरा जंगल में ठहरा हुआ है। वन विभाग नजर रखे हुए है। गंगरेल बांध के प्रवेश द्वार पर संचालित न्यू गार्डन में हाथियों का दल दोबारा 19 फरवरी को शाम सात बजे ही घुस गया। गार्डन के आठ एकड़ जमीन के चारों ओर लगे लगे कटीले तार, पोल को तोड़कर क्षति पहुंचाया है। दूसरे दिन भी हाथियों के दल ने गार्डन में लाखों की सामाग्रिया नष्ट कर दिया। जल संसाधन विभाग के उप अभियंता नाग चौधरी ने बताया कि दो दिनों में हाथियों के दल ने गार्डन में 50 से 60 लाख के सामाग्रियों को तोड़कर नष्ट किया है। वन विभाग धमतरी ने दावा किया था कि हाथियों के प्रवास वाले क्षेत्र में विद्यार्थियों को स्कूल ले जाने के लिए विभाग का गजराज दल गांव-गांव पहुंचेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ग्राम पंचायत गंगरेल के बांध किनारे बसे विद्यार्थी मरादेव स्कूल में अध्ययनरत है। सभी विद्यार्थी सायकल व बाइक से दहशत के बीच स्कूल पहुंचे। ऐसे में विद्यार्थियों पर जान का खतरा मंडराने लगा था। वन विभाग का दावा खोखला साबित हुआ। शनिवार को धमतरी विधायक रंजना साहू ने बांध क्षेत्र के उद्यान का अवलोकन किया एमडी कन्नौजे, रेंजर धमतरी ने बताया कि गंगरेल बांध के गेट से हाथियों के दल को बांध पार कराकर घने जंगलों की ओर से गरियाबंद क्षेत्र भेजने वन विभाग की तैयारी थी। गेट पर केला पेड़ व केला रखकर हाथियों को जंगल की ओर भेजने कोशिश की गई थी, लेकिन खाकर हाथियों का दल वापस लौट आया। हाथियों को गेट वाले मार्ग से भेजने वन विभाग की पहल जारी रहेगी, ताकि ग्रामीण सुरक्षित हो सके। फिलहाल हाथियों का दल गंगरेल बांध क्षेत्र में ठहरा हुआ है। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन

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