Dhamtari: Bhagwat Katha concludes in Muzgahan with Havan Pujan
Dhamtari: Bhagwat Katha concludes in Muzgahan with Havan Pujan

धमतरी : हवन पूजन के साथ मुजगहन में हुआ भागवत कथा का समापन

धमतरी, 9 जनवरी ( हि. स.)। ग्राम मुजगहन में आयोजित श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ कथा का शनिवार नौ जनवरी को समापन हुआ। यज्ञ की समाप्ति पर प्रवचन स्थल पर हवन पूजन हुआ। यज्ञ में श्रद्धालुओं ने विश्वकल्याण को लेकर आहुति डाली। अंतिम दिन प्रवचन में पंडित मुरलीधर पांडे ने कहा कि इस संसार में जो आया है, उसे एक न एक दिन अवश्य जाना है। अपना जीवन सदैव सद्कर्मों में लगाना चाहिए। हर कर्म का फल निश्चित है, इसलिए जीवन में सदैव सत्कर्म को प्रधानता देनी चाहिए। सही- गलत का ज्ञान न होने के कारण इंसान दिन प्रतिदिन नेकी के रास्ते से भटकते जाता है। ईश्वर की आराधना ही एकमात्र साधन है, जिसके सहारे हमारी जीवन नैया पार हो सकती है। भागवत गीता में कहा गया है कि सदैव अपने कर्म को प्रधानता दें क्योंकि इस संसार में इंसान के कर्म ही उसकी पहचान है। महाभारत की लड़ाई परिवार की लड़ाई है। भगवान श्री कृष्ण ने सारथी दूत बनकर अर्जुन का उद्धार किया। भागवत गीता मोक्षदायिनी है। कथा सुनने के बाद कथा को अपने जीवन चरित्र में उतारने का प्रयास करेंगे, तब कथा सुनना सार्थक होगा। श्री मद भागवत ज्ञान यज्ञ कथा का आयोजन स्व खूबलाल तिवारी, स्व बृजेश तिवारी, स्व अनिता तिवारी की स्मृति में शारदा देवी तिवारी, संतोष तिवारी, राजेश तिवारी, मनोज तिवारी के तत्वाधान में आयोजित हुआ। समापन पर मुख्यरुप संतोष तिवारी, राजेश तिवारी, मनोज तिवारी, मंयक, पीहु, माही, चंचल तिवारी, प्रदीप तिवारी, मुरारी प्रसाद तिवारी, ओमप्रकाश तिवारी, डा संजय तिवारी, सरपंच चंद्रशेखर साहू, लक्ष्मी नारायण प्रभा, सुनीता सरस्वती, गोस्वामी, पुष्पा गोस्वामी, सुलोचना साहू, चन्द्रशेखर सहित ग्रामवासी काफी सख्या में मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in