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धमतरी : मरौद के किसान की 10 एकड़ की फसल बर्बाद, जिला प्रशासन से हुई शिकायत

धमतरी, 20 जनवरी ( हि. स.)। प्रमाणित बीज से बेहतर उत्पादन की आस में ग्राम मरौद के एक किसान अपने खेत के 10 एकड़ में एक निजी कंपनी का धान बीज बोया। आशानुरूप धान की पैदावार नहीं मिलने से किसान निराश हो गया। अब किसान ने बुधवार को संबंधित कंपनी की शिकायत जिला प्रशासन से की है। जानकारी के अनुसार कृषि धन धान बीज प्राइवेट लिमिटेड जलना के एजेंट कृष्णा फर्टिलाइजर कुरुद द्वारा नुकसानी दिलाने की कलेक्टर से शिकायत ग्राम मरोद निवासी हीरालाल साहू पुत्र सुखदेव साहू ने की है। उसने बताया कि दीपक गांधी फर्म कृष्णा फर्टिलाइजर्स कुरुद जिला धमतरी ने उसे संपर्क कर बताया कि प्रीमियम सरोना ऐसा बढ़िया धान बीज है, जिससे उत्पादन में 40 से 45 बोरा भर्ती 75 किलो प्रति एकड़ उत्पादन होगा। यह लेट वैरायटी किस्म की धान है। कंपनी की बात में आकर हीरालाल ने 10 एकड़ जमीन के लिए स्वर्ण प्रीमियम 10 किलो प्रति बोरी 25 बोरी 650 रुपये की दर से 16250 रुपये का धान खरीदा लिया। स्वर्णा धान का जो बीज दिया गया था, उस बीज से 140 से 150 दिन के बाद उत्पादन की बात कही गई थी, लेकिन यह मात्र 90 दिनों में तैयार हो गई और धान की बाली खेत में गिरने लगी। जिस प्रकार से कंपनी द्वारा उत्पादन और लेट वैरायटी बताया गया था, वह फसल में नहीं दिखा। कंपनी के लोगों द्वारा पूरी जानकारी इकट्ठा कर ले जाया गया, लेकिन अभी तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई। कृष्ण फर्टिलाइजर्स वाले ने पांच हजार प्रति एकड़ हर्जाने के रूप में देने की बात कही। टोटल 10 एकड़ का 50 हजार रुपये देने की बात कही। किसान हीरालाल ने बताया कि 10 एकड़ की खेती में लाखों रुपये का खर्च हो चुका है और मुआवजे के रूप में केवल 50 हजार रुपये देने की बात कही जा रही है, जाे कि सही नहीं है। खेती में कुल लागत ढाई लाख रुपये से अधिक का हुआ है। यदि सही उत्पादन होता तो साढ़े पांच लाख रुपये का धान उत्पादित होता। किसान हीरा लाल साहू ने जिला कलेक्टर व एसडीएम से आवेदन में कहा कि सरकार उसे मुआवजा दे। साथ ही कंपनी पर कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में कोई किसानों के साथ धोखाधड़ी न कर सके। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन-hindusthansamachar.in

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