साइबर क्राइम: कस्टम अफसर बनकर पकड़ा, रोने की आवाज सुनाई, फिर खाते से 3.14 लाख उड़ाए

साइबर क्राइम: कस्टम अफसर बनकर पकड़ा, रोने की आवाज सुनाई, फिर खाते से 3.14 लाख उड़ाए

जोधपुर, 18 दिसम्बर (हि.स.)। साइबर ठग रोजाना ठगी का नया तरीका ढूंढ रहे है। शहर के एक व्यापारी को इसका शिकार बनाया और उसके बैंक खाते से 3.14 लाख रुपये निकलवा कर चपत लगा दी। पीडि़त ने अब शास्त्रीनगर थाने में रिपोर्ट दी। पुलिस ने धोखाधड़ी के इस प्रकरण में अब तफ्तीश आरंभ की है। इस बार साइबर ठगों ने कस्टम ऑफिसर बनकर किसी को फर्जी तरीके से पकडऩे का नाटक किया और पीडि़त को उसका रिश्तेदार बताकर रोने की आवाज सुना दी। शहर का यह व्यापारी ठगी का शिकार हो गया। शास्त्रीनगर पुलिस ने बताया कि दरअसल पुरानी भगत की कोठी मकान नंबर 124 निवासी गिरीश खत्री पुत्र जेठमल खत्री ने रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि 14 दिसम्बर को उसके पास किसी रशीद खां नाम से एक व्यक्ति का फोन आया और खुद को कस्टम क्लीयरेंस से होना बताया। उस शख्स ने कहा कि उसके रिश्तेदार को पकड़ा गया है और छुड़ाने के लिए खाते में रुपये डालने होंगे। तब शातिर ठग ने किसी के रोने की आवाज सुनाई मगर उससे बात नहीं करवाई। इस पर वह रिश्तेदार होने के झांसे में आ गया। फिर शातिर ठग के द्वारा बताए गए खाते नंबर पर पहले 3990 रुपये डाले और बाद में अपने एक अन्य एकाउंट आईसीआईसीआई खाते से 1.45 लाख डाले गए। 15 दिसम्बर को फिर कॉल आया कि उसका रिश्तेदार विदेश में है और उसे छुड़ाने के लिए रुपये और चाहिए। इस पर बाद में उसने अपने एचडीएफसी बैंक खाते से शातिर के खाते में 1.30 लाख रुपये और डलवाए। बाद में 39 हजार 990 और खाते मेें डाले गए। इस तरह तीन लाख चौदह हजार की ठगी कर डाली। पुलिस ने अब इस बारे में जांच आरंभ की है। हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप-hindusthansamachar.in

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