व्यवसायी आनन्द अरोडा हत्याकांड का खुलासा: आठ महिने पहले रची गई थी साजिश

व्यवसायी आनन्द अरोडा हत्याकांड का खुलासा: आठ महिने पहले रची गई थी साजिश

जोधपुर, 28 सितम्बर (हि.स.)। जोधपुर के ज्यूस व्यापारी आनंद अरोड़ा हत्याकांड का आज जयपुर कमिश्ररेट पुलिस ने कर दिया। हत्यारे ने आठ महिने पहले ही इसकी साजिश रच डाली थी। मुख्य आरोपी सहित चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसमें एक बाल अपचारी शामिल है। राजधानी जयपुर के पुलिस उपायुक्त दक्षिण मनोज कुमार बताया कि गत 5 सितम्बर को प्रात:काल पुलिस थाना मुहाना क्षेत्र में स्थित रिंग रोड के पास एक अज्ञात व्यक्ति का शव पडा मिला था। आठ सितंबर को जोधपुर के अश्वनी अरोड़ा व अनिल कुमार अरोडा जयपुर आकर मृतक के शव को आनन्द प्रकाश अरोडा पुत्र गणपत लाल अरोडा, निवासी जोधपुर का होना पहचान किया। प्रकरण हत्या व लूट में दर्ज किया गया था। शव का पोस्टमार्ट म करवाने पर आनन्द प्रकाश अरोडा की हत्या नाक व मुंह दबाकर किया जाना सामने आया। परिजनों ने आनन्द अरोडा को 4 सितंबर को सुबह करीब 9 बजे जोधपुर से जयपुर के लिये निजी कार द्वारा रवाना होना तथा मृतक से किन्हीं अज्ञात लोगों से चल रही समाज के छात्र-छात्राओं को पुलिस में नौकरी लगाने की बातचीत के अनुसार जयपुर आना बताया था। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अवनीश कुमार, एसीपी संजीव कुमार, सहायक पुलिस के मार्ग दर्शन में मुआना थानाधिकारी हीरालाल आदि की टीम का गठन किया गया। पुलिस ने लिया तकनीकि का सहारा: पुलिस टीमों द्वारा अथक प्रयास करते हुये सीसीटीवी क ैमरा, मोबाइल फोन तकनीक व राष््रटीय व राज्य मार्गो के विभिन्न टोल नाकों के रिकॉर्ड क े आधार पर अपराधियों एवं उनके द्वारा घटना में प्रयुक्त वाहन की पहचान की गई। इसी आधार पर मुख्य अपराधी निम्बाराम व उसके साथी बालक को थानाधिकारी शिप्रापथ व जिला विशेष टीम के पुलिस अधिकारी/कर्मचारीयों द्वारा स्थानीय पुलिस के सहयोग से हैदराबाद तेलगांना से, थानाधिकारी मानसरोवर की टीम द्वारा अपराधी प्रहलाद को गांव गोठडा नागौर से तथा थानाधिकारी मुहाना की टीम द्वारा अपराधी रामदेव को सोजत जिला पाली से स्थानीय पुलिस का सहयोग लेकर हिरासत में लिया गया। आठ माह पहले रची गई साजिश: मुख्य अपराधी निम्बाराम द्वारा इस घटना की योजना करीब 8 माह पूर्व से की जा रही थी। जिसके लिये निम्बाराम ने आनन्द अरोडा से वॉटसअप मैसेज व वॉटसअप कॉलिगं के माध्यम से सम्पर्क बनाया हुआ था। निम्बाराम ने आनन्द अरोडा को उसके परिचित छात्र-छात्रों को पुलिस में नौकरी लगाने के लिये प्रति छात्र 2 लाख रूपए लेने का सौदा तय किया। जिनमें से 1 लाख रूपए पहले तथा 1 लाख रूपए नौकरी लगने के बाद देना तय था। इसी योजना के अनुसार निम्बाराम ने अपने साथियों संग मिलकर सुनियोजित तरीके से आनन्द अरोडा को रूपये लेकर जयपुर मिलने के लिये बुलाया। यूं दिया वारदात को अंजाम : अपराधियों ने आनन्द अरोडा को 200 फीट चैराहा अजमेर रोड जयपुर से अपनी जायलो गाडी मेंं 4 सितंबर क ी रात्रि करीब 9 बजे बैठाया तथा मुहाना स्थित रिंग रोड वाले सूनसान इलाके में ले जाकर गाडी में ही मुंह व नाक दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके पश्चात लाश को गाड़ी से रोड के किनारे डालकर आनन्द अरोडा द्वारा लाए गए रूपए व उसके द्वारा कानों में पहनी सोने की मुर्की, दो बैग, एलइडी टीवी, मोबाइल फोन आदि लूट कर ले गए। हिन्दुस्थान समाचार/सतीश-hindusthansamachar.in

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