बैंकों, प्रसिद्ध कंपनियों और लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के पांच सदस्य गिरफ्तार

बैंकों, प्रसिद्ध कंपनियों और लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के पांच सदस्य गिरफ्तार

- पुलिस ने आरोपियों से 2.70 रुपये, कार और दो लैपटाॅप, 24 मोबाइल फोन, सिम कार्ड और एटीएम कार्ड बरामद किए - प्रसि़द्ध कंपनियों को पिछली तिथियों के फर्जी बिल देकर और लोगों को बैंक से ऋण दिलाने के नाम पर करते थे ठगी हापुड़, 29 सितम्बर (हि. स.)। कोतवाली हापुड़ पुलिस ने मंगलवार को फर्जी कागजों के आधार पर बैंकों में खाते खोलने, बैंकों से लोगों को फर्जी नाम से ऋण दिलाने और फर्जी चैकों के माध्यम से लोगों के साथ ठगी करने वाले एक गिरोह के पांच सदस्यों को बंदी बनाया है। पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने मंगलवार को बताया कि कोतवाली हापुड़ पुलिस ने पांच लोगों को बंदी बनाया है। पकड़े गए आरोपी लोगों को बैंकों में खाता खुलवाने पर पांच हजार रुपये मिलने का लालच देकर उनका आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और पेनकार्ड ले लेते थे। इसके बाद फर्जी शपथ पत्र और फर्जी बिजली के बिल प्रस्तुत कर उनके आधार कार्ड पर उनका फर्जी पता बदलवाते थे। इसके बाद आरोपी उस आधार कार्ड के आधार पर बैंक में खाता खुलवाते और मोबाइल फोन का सिम खरीदते थे। इन्ही फजी दस्तावेजों के आधार पर आरोपी फजी कंपनी के लिए जीएसटी नंबर प्राप्त कर लेते थे। इन फजी कंपनियों की वेबसाइट बना कर वेबसाइट पर लोगों को बैंकों से ऋण दिलाने का आश्वासन देते थे। लोगों द्वारा ऋण दिलाने का आवेदन करने पर उनसे प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर तीन से पांच हजार रुपये बैंक खातों में जमा कराते थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी बहुत शातिर हैं। वह बहुत-बहुत जल्दी-जल्दी अपने मोबाइल फोन नंबर बदलते रहते थे। जो लोग प्रोसेसिंग शुल्क जमा कराते थे, वे हताश होकर बैठ जाते थे। इसके अलावा आरोपी बड़ी कंपनियों को अपनी फर्जी कंपनियों के नाम से पिछली तिथियों में खरीद-बेच के फर्जी बिल देकर उनसे धन वसूलते थे। यह धन फर्जी तरीके से खोले गए बैंक खाते में जमा कराते थे। यह गैंग वर्ष 20196 से इस तरह के अपराध करता रहा है और विभिन्न बैंकों में लगभग 150 खाते खुलवा चुका है। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम दिल्ली के मंगोलपुरी निवासी और हाल में गाजियाबाद निवासी धीरज, गाजियाबाद निवासी राहुल पुत्र राजेन्द्र, विनय, संदीप और राहुल पुत्र अशोक बताए हैं। इनके अलावा इस गैंग के दो अन्य सदस्यों गाजियाबाद निवासी दिनेश और विकास की पुलिस को तलाश है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों से 2.70 लाख रुपये, एक कार, दो लैपटाॅप, एक प्रिंटर, 24 मोबाइल फोन, आठ चैकबुक, 12 एटीएम कार्ड और 14 बैंकों की पासबुक बरामद किए हैं। हिन्दुस्थान समाचार/ विनम्र व्रत त्यागी / रामानुज-hindusthansamachar.in

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