पैतृक सम्पत्ति छोटे भाई ने हड़पी, प्रताड़ना से तंग भाई ने की थी खूदकुशी, आरोपित  गिरफ्तार
पैतृक सम्पत्ति छोटे भाई ने हड़पी, प्रताड़ना से तंग भाई ने की थी खूदकुशी, आरोपित गिरफ्तार

पैतृक सम्पत्ति छोटे भाई ने हड़पी, प्रताड़ना से तंग भाई ने की थी खूदकुशी, आरोपित गिरफ्तार

भिलाई नगर, 23 अक्टूबर(हि. स.)। आत्महत्या के मामले में पुलिस ने मृतक के छोटे भाई के खिलाफ अपराध दर्ज कर आरोपित को गुरुवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया है। मामला साढे़ तीन माह पुराना पाटन क्षेत्र का है ,जिसमें मृतक ने सुसाइड नोट मे छोटे भाई पर सम्पत्ति को लेकर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। परंतु थाना प्रभारी के द्वारा कार्यवाही नहीं की जा रही थी। इस पर से मृतक की पत्नी के द्वारा एसपी को भी आवेदन दिया गया था। फिर भी कार्यवाही नहीं होने पर महिला ने डीजीपी से शिकायत की थी । डीजीपी द्वारा प्रकरण को संज्ञान में लेने के बाद तत्काल दुर्ग पुलिस के द्वारा कार्यवाही की गई है। पूरे प्रकरण में महिला के द्वारा थाना प्रभारी पाटन शिवानंद तिवारी पर कार्यवाही पर विलंब करने के आरोप भी लगाए हैं। पाटन पुलिस ने जांच उपरांत मृतक के भाई के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार थाना पाटन के मर्ग क्रं. 29/20 धारा 174 जा.फौ. के मृतक प्रीतम देवागंन उम्र 40 वर्ष निवासी आजाद चौक पाटन के मर्ग जांच, प्रार्थी लक्ष्मी नारायण भाले, गवाह मृतक की पत्नी श्रीमती हेमलता देवागंन एवं अन्य पंचो से पूछताछ, घटना स्थल निरीक्षण, शव पंचनामा कार्यवाही एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर एवं गवाहों के द्वारा अपने कथनों में बताया गया कि आरोपी मनोज देवागंन 39 साल पैतृक जमीन को हड़प ली है और बड़े भाई पीताम्बर उर्फ प्रीतम देवागंन द्वारा हिस्सा बँटवारा मांगने पर गाली गलौच करता है और संपत्ति का बँटवारा नहीं देते हुए भाई को शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताडि़त कर रहा था। मनोज देवागंन के द्वारा अपने बडे भाई का हिस्सा बँटवारा नहीं देने एवं संपत्ति संबंधी विवाद के कारण शारीरिक एवं मानसिक रूप से परेशान होकर घटना 7 जुलाई को प्रीतम देवागंन ने अपने घर के अंदर छत सिलींग हुक में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। संपूर्ण जांच पर आरोपित मनोज देवागंन विरूद्ध प्रथम दृष्टया सदर धारा 306 भा.द.वि. का अपराध घटित करना पाये जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था। हिन्दुस्थान समाचार /अभय जवादे-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in