पूर्व पार्षद उस्मान पटेल सहित छह पर रासुका, 22 गिरफ्तार
पूर्व पार्षद उस्मान पटेल सहित छह पर रासुका, 22 गिरफ्तार

पूर्व पार्षद उस्मान पटेल सहित छह पर रासुका, 22 गिरफ्तार

ताजियों का जुलूस निकालने का मामला लॉकडाउन में ताजिये निकलाने वाले आरोपियों को थाने पर किया तलब इंदौर, 31 अगस्त (हि.स.)। मोहर्रम की 10 तारीख पर खजराना इलाके में ताजिया जुलूस निकालने के मामले में पुलिस ने सोमवार को पूर्व पार्षद उस्मान पटेल, अंसार पटेल, इस्माइल पटेल, मोहम्मद अली अहमद सहित 22 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इन सभी के खिलाफ कोरोना काल में प्रतिबंध के बावजूद ताजिए निकालने और सोशल मीडिया पर उसका वीडियो वायरल करने को लेकर कायमी की गई थी। सोमवार को सभी आरोपियों को खजराना थाने में तलब किया गया। वहां पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और पूर्व पार्षद उस्मान पटेल सहित छह पर रासुका की कार्रवाई की गई। आरोपियों में 1-पूर्व पार्षद उस्मान पिता कादर पटेल निवासी गोया रोड खजराना, 2-अंसार पिता मोहम्मद अली निवासी गोयल रोड खजराना, 3-मोहम्मद अली पिता अली मोहम्मद पटेल निवासी गोया रोड खजराना, 4-इस्माइल पिता कादर पटेल निवासी गोया रोड खजराना तथा 5-शहजाद पिता सलीम पटेल निवासी राजीव नगर खजराना और 6-पप्पु उर्फ डॉन उर्फ फारूख पिता आशिफ अली हिरासत में लिये गये जिनके विरुद्ध रा.सु.का के तहत कार्यवाही की गई हैं। प्रकरण के अन्य 22 आरोपियो को गिरफ्तार करते हुए न्यायिक हिरासत में निरुद्ध कराया गया। अन्य आरोपियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है जिन्हें जल्द सलाखों के पीछे भेजा जाएगा । बताया जाता है कि हिन्दू संगठन के कार्यकर्ता ने खजराना टीआई को दो दिन पहले ही इसकी सूचना दे दी थी कि खजराना में सैकड़ों लोग ताजिए का जुलूस निकालने की तैयारी कर रहे हैं। इसके बाद भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। उल्लेखनीय है कि पूर्व में ही मुस्लिम धर्मगुरुओं से चर्चा के बाद ये तय हो गया था कि कोरोना के कारण मोहर्रम की दस तारीख रविवार को ताजिए नहीं निकाले जाएंगे। इमामबाड़े से सरकारी ताजिया भी नहीं निकाला गया। सोशल मीडिया पर अफवाह वायरल हुई कि सरकारी ताजिए को करबला ले जाया जाएगा। उसके बाद कई लोग इमामबाड़े की ओर पहुंचने लगे तब पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए करबला जाने वाले सारे रास्ते सील कर दिए गए और राजवाड़ा इलाका खाली करवा लिया था। इसके बाद भी खजराना में ताजिए का जुलूस निकाला जाने लगा। भीड़ में महिलाएं भी शामिल थी कई ने तो मास्क भी नहीं लगाए थे। जुलूस में भारी भीड़ के वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे तब पुलिस एक्टिव हुई। बताते हैं कि हिन्दू संगठन के कार्यकर्ता ने पूर्व में ही खजराना टीआई संतोष यादव को फोन कर बता दिया था कि खजराना में सैकड़ों लोग रविवार को जुलूस निकालने की तैयारी कर रहे हैं। इसके बाद भी टीआई ने कोई ध्यान नहीं दिया। इस मामले में टीआई यादव को लाइन अटैच कर दिया गया। मालिनी गौड़ ने लिखा था सीएम को पत्र प्रतिबंधों को दरकिनार कर ताजिया जुलूस निकाले जाने पर बीजेपी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया जताई थी। पार्टी प्रवक्ता उमेश शर्मा ने पूर्व पार्षद उस्मान पटेल सहित सभी जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी। पूर्व महापौर और विधायक मालिनी गौड़ ने इस बारे में नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। कलेक्टर मनीष सिंह ने भी लॉकडाउन और प्रतिबंधों का उल्लंघन कर ताजिया जुलूस निकाले जाने पर सख्त ऐतराज जताते हुए कड़ी कार्रवाई की बात कही थी। उन्होंने आयोजकों पर रासुका लगाने से भी इनकार नहीं किया था। एसडीएम को शोकॉज नोटिस प्रतिबंधों के बाद भी ताजिया जुलूस निकालने देने पर खजराना टीआई को लाइन अटैच कर दिया गया है वहीं क्षेत्रीय एसडीएम को शोकॉज नोटिस थमाया गया है। सीएसपी के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी डीआईजी से कहा गया है। इधर बैठक हो रही थी उधर जुलूस निकल गया जिस समय यह हुआ उस समय थाने पर ताजिए वालों के साथ बैठक ही चल रही थी। कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि शांति समिति की बैठक में खजराना से भी सभी धर्मों के धर्म गुरु, जनप्रतिनिधि मौजूद थे। बैठक में स्पष्ट रूप से तय किया गया था कि कोई ताजिया या जुलूस नहीं निकलेगा। यह भी निर्णय हुआ था कि ताजिए छोटे होंगे और घर पर ही रखे जाएंगे। पुलिस-प्रशासन, नगर निगम, पंचायत की बैठक में सभी अधिकारियों को कहा गया था कि शांति समिति में जो निर्णय हुआ है उसका कड़ाई से पालन करवाना है। गलत मैसेज चलाने वालों पर भी होगी कार्रवाई जिन लोगों ने ताजिया निकलने को लेकर सोशल मीडिया पर गलत मैसेज चलाया, उन्हें भी साइबर पुलिस की मदद से पकड़कर रासुका की कार्रवाई करें। जिन्होंने भी यह हरकत की है, उन पर सख्त कार्रवाई होगी। एएसपी राजेश रघुवंशी के अनुसार, घटना रविवार दोपहर को बड़ला में हुई है। चार दिन से लगातार समुदाय के लोगों को समझाया जा रहा था कि कोविडकाल में कोई भी भीड़ इकट्ठी नहीं होने देना है। ताजिए अपने स्थान पर रखे रहेंगे। उन्हें बाहर नहीं निकाला जाएगा। टीआई पर कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस नेत्री का धरना इधर थाना प्रभारी के हटाए जाने से नाराज कांग्रेस नेत्री ने मैदान संभाला और आज सुबह धरना दे दिया। उन्होंने अपोलो टावर में 2 दिन पहले धार्मिक आयोजन को मुद्दा बनाते हुए या तो तुकोगंज थाना प्रभारी को हटाने की मांग की है नहीं तो खजराना थाना प्रभारी पर की गई कार्रवाई को रद्द करने को कहा है। हिन्दुस्थान समाचार/घनश्याम डोंगरे-hindusthansamachar.in

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