दो प्रोपर्टी डीलर की हत्या के मामले में पुलिस के हाथ खाली

दो प्रोपर्टी डीलर की हत्या के मामले में पुलिस के हाथ खाली

नई दिल्ली 13 सितम्बर (हि.स.)। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दयालपुर इलाके में शनिवार रात थोड़ी देर के अंतराल पर दो प्रॉपर्टी डीलर दोस्तों की हत्या के मामले में अभी कई राज से पर्दा उठना बाकी है। पारिवारिक कलह के अलावा प्रॉपर्टी विवाद और आपसी रंजिश भी दोनों की हत्या का कारण हो सकता है। मृतक अब्दुल हमीद की बहू शहनाज ने अपने पति और सास पर हमीद व फारुक की हत्या करवाने का आरोप लगाया है। दरअसल शहनाज का अपने पति नौशाद से विवाद चल रहा है। वहीं नौशाद की मां हमीदा ने 2012 में अब्दुल हमीद से तलाक ले लिया था। उसके बाद से दोनों के बीच प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था। हमीदा अब्दुल हमीद को जान से मारने की धमकी देती थी। चूंकि फारुक पहलवान और अब्दुल हमीद गहरे दोस्त और पार्टनर थे, इसलिए उसकी भी हत्या कर दी गई। दयालपुर थाना पुलिस ने रविवार को दोनों का पोस्टमार्टम कराकर शव परिवार के हवाले कर दिया है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों से मामले की छानबीन कर रही है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कुछ आरोपियों की पहचान भी कर ली गई है, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस के मुताबिक अब्दुल हमीद अपने परिवार के साथ गली नंबर-7, नेहरू विहार में रहता था। इसके परिवार में एक सगा बेटा अब्दुल सलाम, सौतेले बेटे नौशाद की बहू शहनाज, दो भाई इशाक, इरफान व एक बहन चांदनी है। काफी साल पहले हमीद ने दयालपुर निवासी हमीदुन निशा उर्फ काली उर्फ हमीदा नामक महिला से शादी कर ली थी। हमीदा के पहले पति की मौत हो चुकी थी। पहले पति से हमीदा के यहां एक बेटा नौशाद और एक बेटी थी। अब्दुल हमीद से शादी करने के बाद उसने अब्दुल सलाम को जन्म दिया था। सलाम अभी एलएलबी कर रहा है। 2012 में दोनों के बीच प्रॉपर्टी को लेकर विवाद हुआ और तलाक हो गई। हमीद प्रॉपर्टी का काम करता करता था। वहीं मूलरूप से खुर्जा, यूपी का रहने वाला फारुक पहलवान परिवार के साथ गली नंबर-5, पुराने मुस्तफाबाद में रहता था। इसके परिवार में पत्नी, तीन बेटियां और दो बेटों के अलावा पिता मो. उमर हैं। पिता उमर ने बताया कि शनिवार रात को कुछ लोगों ने फारुख को घर से बुलाया और संजय चौक, गली नंबर साढ़े चार पर उसे गोलियों से भून दिया। फारुख को आठ से दस गोलियां मारी गई। वारदात के समय फारुक के साथ मौजूद उसके दोस्त इरशाद के पेट में भी एक गोली लगी। वह किसी तरह वहां से भागकर बाहर निकला। बाद में लोगों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं फारुख की हत्या के कुछ ही देर बाद बाइक सवार बदमाश हमीद के घर पहुंचे। हमीद घर के नीचे बने दफ्तर में बैठा हुआ था। बदमाश उसके दफ्तर में घुसे और उसे गोलियों से भून डाला। हमीद को भी आठ से दस गोलियां मारी गई। वारदात के समय शहनाज ने ऊपर से झांककर देखा तो बदमाशों ने उसे भी निशाना बनाने का प्रयास किया, लेकिन वह बच गई। अब्दुल सलाम ने बताया कि शहनाज का अपने पति नौशाद से विवाद चल रहा था। नौशाद ने तलाक के लिए कोर्ट में मुकदमा भी डाला हुआ था। हमीद अपनी सौतेली बहू का समर्थन करता था। यहां तक पिछले चार सालों से वह उसके घर पर बेटे शान अली के साथ रह रही थी। यह बात हमीदा और नौशाद को हज्म नहीं हो रही थी। उन्होंने चार-पांच दिन पहले हमीद को मारने की धमकी भी दी थी। पुलिस अब्दुल सलाम और बहू शहनाज के आरोपों की पड़ताल कर रही है। एडिशनल डीसीपी एम.ए रिजवी के अनुसार, फारुख पहलवान खुर्जा का घोषित बदमाश था, उसके खिलाफ वहां पर 40 से 50 मुकदमें दर्ज हैं। अब्दुल हमीद के खिलाफ भी एक मामला दर्ज था। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी-hindusthansamachar.in

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