गया में नक्सली संगठन के तीन हार्डकोर कमांडरों का आत्मसमर्पण

गया में नक्सली संगठन के तीन हार्डकोर कमांडरों का आत्मसमर्पण

गया, 29 जुलाई (हि.स.) झारखंड के सीमावर्ती गया जिला के छकरबन्धा वन क्षेत्र में सक्रिय तीन हार्डकोर नक्सली कमांडरों ने बुधवार को एडीजी, अभियान सुशील खोपडे के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वाले सभी तीनों नक्सली कमांडर प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के शीर्षस्थ कमांडर एवं केन्द्रीय कमेटी के सदस्य संदीप यादव उर्फ विजय यादव के काफी करीबी हैं। गया शहर में स्थित सीआरपीएफ के 159 वीं बटालियन मुख्यालय परिसर में आयोजित समारोह में तीनों नक्सली कमांडरों ने आत्म समर्पण किया। इस मौके पर सीआरपीएफ के बिहार सेक्टर के आईजी जीवीएच गिरी प्रसाद, मगध रेंज के आईजी राकेश राठी, सीआरपीएफ डीआईजी संजय कुमार, गया के एसएसपी राजीव मिश्रा, औरंगाबाद एसपी पंकज कुमार, सीआरपीएफ कमांडेंट डा.निशित कुमार सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे। गया के छकरबंधा थाना क्षेत्र अंतर्गत मोहलिया गांव के सूबेदार यादव और मनदीप यादव के अलावा गया जिला के लुटुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत असुराइन गांव का शशि भुइंया उर्फ रवि ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें सुबेदार यादव के खिलाफ नक्सल कांडों से संबंधित 14 मामले विभिन्न थानों में दर्ज है। यही स्थिति शशि भुइंया और मनदीप यादव के साथ हैं। उक्त तीनों नक्सली हथियार बंद दस्ते का कमांडर रहा है। उक्त तीनों नक्सली गया और औरंगाबाद जिले में घटित कई चर्चित नक्सली घटनाओं को अंजाम देने में शामिल थे। इनमें औरंगाबाद जिले में भाजपा विधान पार्षद के घर हत्या और लूट, पुलिस बल पर हमला सहित अन्य नक्सली कांड शामिल हैं। एडीजी सुशील खोपडे ने बुधवार को आत्म समर्पण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि नक्सलियों के शीर्षस्थ नेताओं के परिवार एशो-आराम से रहते हैं। वहीं, उनके बच्चें मिशनरी स्कूलों और अन्य प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में पढ़ते है।इस बात को लेकर जमीन से जुड़े नक्सलियों में अपने शीर्षस्थ नेताओं और कमांडरों के खिलाफ काफी रोष है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली कमांडरों को सरकार द्वारा तय योजना से लाभान्वित कराया जाएगा । हिंदुस्थान समाचार/ पंकज/चंदा-hindusthansamachar.in

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