खुलासा : मंगेतर से बात करने पर भाई व साले संग मिलकर विवेक को उतारा था मौत के घाट
खुलासा : मंगेतर से बात करने पर भाई व साले संग मिलकर विवेक को उतारा था मौत के घाट

खुलासा : मंगेतर से बात करने पर भाई व साले संग मिलकर विवेक को उतारा था मौत के घाट

- पुलिस ने वारदात में शामिल तीन युवकों को हत्या में प्रयुक्त चाकू एक तमंचे के किया गिरफ्तार बलिया, 11 जुलाई (हि.स.)। पुलिस नरहीं थाना के ने भरौली में तीन दिन पहले दिनदहाड़े हुई युवक की सनसनीखेज हत्या का खुलासा शनिवार को कर दिया है। युवक की हत्या उसी के गांव की लड़की के मंगेतर ने साथियों संग मिलकर की थी। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू के साथ ही एक तमंचा व दो कारतूस भी बरामद किया है। आठ जुलाई को दोपहर में भरौली गांव में विवेक चौधरी की हत्या उसके ही पड़ोसी के खंडहरनुमा घर में धारदार हथियार से कर दी गई थी। घटना के बाद पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने नरहीं पुलिस व एसओजी टीम को जल्द खुलासे के निर्देश दिया था। पुलिस ने वारदात के तीन दिन में ही सफलता पा ली। नरहीं थाने के प्रभारी निरीक्षक ज्ञानेश्वर मिश्रा ने इसकी जानकारी देते हुए शनिवार को दोपहर बाद बताया कि स्वाट टीम प्रभारी राजकुमार सिंह व सर्विलांस टीम की मदद से घटना को अंजाम देने वालों तक पहुंचा गया। शुक्रवार की रात लगभग दस बजे घटना में सम्मिलित धनजी चौधरी पुत्र बल्ली चौधरी निवासी भरौली थाना नरहीं जनपद बलिया, विजय चौधरी पुत्र स्व हरिलाल चौधरी व जितेन्द्र चौधरी पुत्र स्व हरिलाल चौधरी निवासी नरवतपुर थाना मुफस्सिल बक्सर बिहार को वीर कुंवर सिंह सेतु भरौली के पास से गिरफ्तार किया गया। उनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त चाकू, 315 बोर का एक तमंचा व दो जिन्दा कारतूस बरामद किया गया। मंगेतर से टेलीफोन पर बात करता था विवेक पूछताछ के दौरान पकड़े गए विजय ने पुलिस को बताया कि मेरे बड़े भाई जितेन्द्र की शादी भरौली में ही हुई थी। भाई की ससुराल होने के कारण मैं अक्सर भरौली आता-जाता था। मेरी शादी भी मेरे भाई की साली से होनी तय थी। जिससे मेरी शादी होनी थी, उस लड़की से विवेक चौधरी टेलीफोन से बात करता था। व्हाट्सअप पर एसएमस भी भेजता था। हम सब ने विवेक चौधरी को ऐसा करने से कई बार मना किया। फिर भी वह नहीं मान रहा था। उसने पुलिस को बताया कि पिछले महीने के अंतिम सप्ताह में भरौली जाकर मृतक मैंने विवेक चौधरी के माता-पिता से भी बताया लेकिन विवेक चौधरी नहीं माना। इसके बाद आठ जुलाई को हम अपने भाई जितेन्द्र के साथ सुबह दस बजे भरौली आये। साले और भाई के साथ मिलकर रेता गला विजय ने पुलिस को बताया कि मैं और मेरे साले धनजी चौधरी ने विवेक को शिवजी चौधरी के खण्डहरनुमा मकान में बातचीत के लिए बुलाया। तब तक जितेन्द्र भी दूसरी गली से आ गया। बातचीत के दौरान विवेक चौधरी मानने को तैयार नहीं हुआ। उसने स्वीकार किया कि तब मैंने बड़े भाई जितेन्द्र व धनजी की मदद से विवेक के गले पर चाकू से प्रहार किया, जिससे उसकी मौत हो गई। हमलावरों ने घटना के बाद चाकू को उसी कमरे में कोने में दो छ्त्ती पर छिपा दिया और फरार हो गए। नरहीं थानाध्यक्ष ने कहा कि पकड़े गये अभियुक्तों के विरूद्ध नरही थाने पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में एसआई दिनेश पाठक, एसआई संजय सरोज, सिपाही राहुल प्रसाद, जगजीवन, मुकेश कुमार भी थे। हिन्दुस्थान समाचार/पंकज/उपेन्द्र/दीपक-hindusthansamachar.in

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