इंश्योरेंस पॉलिसी पर कैश बैक और क्रेडिट कार्ड में दूसरे फायदे देकर साइबर ठगी

इंश्योरेंस पॉलिसी पर कैश बैक और क्रेडिट कार्ड में दूसरे फायदे देकर साइबर ठगी

नई दिल्ली, 03 सितम्बर (हि.स.)। इंश्योरेंस पॉलिसी पर कैश बैक और क्रेडिट कार्ड में दूसरे फायदे देकर साइबर ठगी करने वाले एक गैंग का मध्य जिला की दरियागंज थाना पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। गैंग पिछले दो सालों में देशभर के एक हजार से अधिक लोगों से करोड़ों की ठगी कर चुका है। एक युवती समेत पांच लोग ठगी के आरोप में गिरफ्तार किये गए हैं। गिरफ्तार किये गए आरोपियों की पहचान गैंग लीडर पवन सिंह (27), मोहम्मद जाहिद (22), कमल गोयल (23), बंटी कुमार (23) और राधा (25) के रूप में हुई है। सभी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। पवन ने बीटेक की पढ़ाई बीच में छोड़कर ठगी का धंधा शुरू कर दिया था। पुलिस ने आरोपियों के पास से ठगी के रुपयों से खरीदी गई एक एसयूवी गाड़ी, 10 मोबाइल, देशभर के हजारों लोगों का डाटा एवं अन्य दस्तावेज मिले हैं। मामले में आरोपियों से पूछताछ जारी है। इनके गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश की जा रही है। मध्य जिला पुलिस उपायुक्त संजय भाटिया ने बताया कि दरियागंज निवासी विपिन भटनागर शख्स को आरोपियों ने कॉल की। आरोपियों ने खुद को बैंक का प्रतिनिधि बताकर उसके क्रेडिट कार्ड की कुछ डिटेल बताई। विपिन को पांच हजार रुपये का कैश बैक का झांसा देकर उससे ओटीपी और बाकी जानकारी लेकर करीब एक लाख रुपये अलग-अलग ई-वॉलेट में ट्रांसफर कर लिए गए। विपिन ने फौरन क्रेडिट कार्ड को बंद करवाया। इसके बाद 18 अगस्त को मामले की सूचना दरियागंज थाना पुलिस को दी। पुलिस ने फौरन मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की। टेक्नीकल सर्विलांस की मदद से आरोपी गैंग की पहचान कर ली गई। इसके बाद दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से एक-एक कर सभी को दबोच लिया गया। पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल लिया। इन लोगों ने बताया कि यह देशभर के एक हजार से ज्यादा लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुके हैं। पवन व जाहिद गैंग के सरगना हैं। पवन को क्लब, डिस्को और पांच सितारा होटल जाने का शौक है। वह ठगी का सारा रुपया अय्याशी में उड़ाता है। ऐसे देते थे वारदात को अंजाम उत्तम नगर का रहने वाला पवन बीटेक की पढ़ाई कर रहा था। उसने दूसरा सेमिस्टर करने के बाद पढ़ाई छोड़ दी। बाद में कई कॉल सेंटर में नौकरी करने के बाद उसे ठगी के धंधे का पता चला। उसने कॉल सेंटर की नौकरी छोड़कर ठगी शुरू कर दी। नौवीं फेल जाहिद से उसकी 2019 में मुलाकात हुई। जाहिद पांच सितारा होटल में पार्टी का आयोजन करवाता था। दोनों ने साथ में मिलकर ठगी का काम शुरू किया। उत्तम नगर में कॉल सेंटर बनाया। पवन एसबीआई और एक्सिस बैंक के ग्राहकों की डिटेल जुटा लेता था। उस डाटा के आधार पर 12वीं पास राधा और बंटी लोगों को कॉल कर उनकी जानकारी ले लेते थे। पवन, जाहिद व कमल फर्जी डोकोमेंट पर सिम, बैंक खातों का इंतजाम करते थे। उन सिम के जरिये ई-वॉलेट खोले जाते थे। जिनसे ठगी की रकम को दूसरे खातों में ट्रांसफर कर लिया जाता था। बाद में रकम को बांट लिया जाता था। पुलिस को अभी तक देशभर से गैंग के खिलाफ 15 शिकायतें मिल चुकी हैं। बाकी पड़ताल जारी है। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी-hindusthansamachar.in

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