अलवर के चूड़ी मार्केट में 15 दुकानों में आग,100 से अधिक फेरे कर दमकलों ने पाया आग पर काबू

अलवर के चूड़ी मार्केट में 15 दुकानों में आग,100 से अधिक फेरे कर दमकलों ने पाया आग पर काबू

जयपुर/अलवर,15 नवम्बर (हि.स.)। अलवर जिले के कोतवाली थाना इलाके में स्थित चूड़ी मार्केट में दीपावली की रात को 15 दुकानों में आग लग गई। एक के बाद एक कई दुकान आग की चपेट में आती गईं। ज्यादातर दुकानदार तो ऐसे थे, जो दुकानें बंद कर घर जा चुके थे। घर पर पूजन के समय उन्हें आग लगने की सूचना मिली। इसके बाद वे वापस घर से दुकानों पर पहुंचे।जिसे बुझाने में 14 घंटे लग गए। एक-एक कर 15 दुकानों में करोडों रुपये का सामान राख में तब्दील हो गया। आग लगने की फिलहाल कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन शॉर्ट सर्किट से लगने की बात सामने आ रही है। जिसकी जांच पडताल की जा रही है। थानाधिकारी राजेश शर्मा ने बताया कि चूड़ी मार्केट में शनिवार रात को आठ बजे आग लगी थी। आग लगने से अफरा- तफरी का माहौल गया। सूचना मिलने पर पुलिस सहित दमकल की गाडियां मौके पर पहुंची। आग बुझाने में पूरे जिले की दमकलों से करीब 15 दमकलों ने करीब 100 से अधिक फेरे करने पड़े। फिर भी रविवार को धुआं निकलता रहा। इस मामले में फिलहाल किसी की ओर से मामला दर्ज नहीं करवाया गया है। इसके अलावा बेहद सकरा व सघन बाजार होने के कारण दमकलों का पहुंचना भी मुश्किल हो गया। शनिवार रात को लगी आग में अगले दिन रविवार सुबह साढ़े नौ बजे तक भी वहां धुआं निकलता रहा। साड़ी के बड़े शोरुम का पूरा सामान राख में तब्दील हो गया। मोटे तौर पर एक ही दुकान में करोडों रुपये का सामान था। अन्य करीब 14 दुकानों में भी करोडों रुपये का माल था। आगे दुकानों का सामान राख होता देख दुकानदार और उनके परिवार के लोग दीपावली के दिन रात भर रोते बिलखते रहे। असल में परिवारों की आजीविका का एकमात्र साधन दुकान है और उनके अंदर का सारा सामान जलने लगा तो दुकानदार बिलखने लग गए। जिस समय लोग दीवाली की खुशियां मना रहे थे ठीक उसी समय चूड़ी मार्केट के दुकानदारों के परिवार रो रहे थे। रविवार के दिन भी दुकानों की बेसमेंट से धुआं निकलता रहा। व्यापारियों ने बताया कि रातभर दमकल के जरिए आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया लेकिन आग बेसमेंट में ज्यादा लगी हुई थी जिसके कारण आग पर काबू पाने में कई घंटे ज्यादा लगे हैं। चूड़ी मार्केट में सैकड़ों दुकानें हैं और बेहद सकरा बाजार है। यहां आग लगने का मतलब बड़ा संकट होता है। जिसके कारण आग की सूचना लगते ही जिले भर के अग्निशमन केंद्रों को अलर्ट जारी किया गया। ताकि जरूरत के अनुसार दमकल मौके पर बुलाई जा सके। रातभर 15 दमकलों ने 100 से अधिक फेरे किए। तब जाकर आग पर काबू पाया। हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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