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बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र से दुर्लभ वन्यजीव पैंगोलिन की तस्करी करते तीन गिरफ्तार

उमरिया, 23 फरवरी (हि.स.)। मप्र के प्रसिद्ध राष्ट्रीय बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बीती रात दुर्लभ वन्यजीव पैंगोलिन की तस्करी करते हुए तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई मुखबिर की सूचना पर बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व की डब्ल्यूसीसीबी टीम ने जबलपुर एसटीएफ और मप्र राज्य वन विकास निगम कुंडम परियोजना की संयुक्त टीम द्वारा की गई। बांधवगढ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक विसेंट रहीम ने मंगलवार को मामले की जानकारी देते हुए बताया कि मुखबिर द्वारा गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति उमरिया एयरपोर्ट के पास वन्यजीव पैंगोलिन को बेचने का प्रयास कर रहे हैं। इसके बाद उच्च अधिकारियों द्वारा बीटीआर उमरिया, डब्ल्यूसीसीबी, एसटीएफ जबलपुर व कुंडम परियोजना जबलपुर की संयुक्त टीम का गठन किया गया, जिसका नेतृत्व रेंजर पवन ताम्रकार द्वारा किया गया। टीम ने उमरिया हवाई पट्टी के नजदीक संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश शुरू की, जहां तीन व्यक्तियों को देखा गया। टीम को देखकर उन्होंने भागने का प्रयास किया, लेकिन टीम ने उन्हें घेराबंदी कर पकड़ा और उनके पास रखे हुए सामान को दिखाने के लिए कहा । पहले तो उन्होंने आनाकानी की, फिर सामान दिखाने पर उनके पास एक जीवित पैंगोलिन बरामद हुआ, जो कि अनुसूचित प्रथम श्रेणी का वन्यजीव है और विलुप्त होने की कगार पर है। क्षेत्र संचालक ने बताया कि तीनों अपराधियों से दो मोटरसाइकिल और एक जीवित पेंगोलिन को अपने कब्जे में लेकर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत कार्यवाही हेतु प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। गहन पूछताछ से कुछ और भी अपराधियों का पता चला, जिनका लिंक बड़वारा जिला कटनी से मिल रहा था। इसके बाद समस्त टीम बड़वारा के लिए रवाना हुई और बड़वारा में मध्यप्रदेश राज्य वन विकास निगम परियोजना के डिप्टी रेंजर श्रतिमरेश इवने को सूचना दी गई, जहां पर वह अपनी टीम के साथ में तैयार मिले। बड़वारा पहुंचने पर प्राप्त लिंक के आधार पर विभाग के कुछ लोग व्यापारी बनकर पहुंचे। घेराबंदी करके लोगों को पकडऩे की कोशिश की गई। इसमें से दो व्यक्ति और एक जीवित पैंगोलिन एक मोटरसाइकिल साथ में गिरफ्त में आये। समस्त सामग्रियों को कब्जे में लेकर बड़वारा में कार्यवाही जारी है। प्रकरण की जानकारी मुख्यालय भेजी गई। प्रकरण में वन विकास निगम के संभागीय प्रबंधक अनिल चोपड़ा ने अपराधियों के विरुद्ध नियमानुसार परिवाद प्रस्तुत करने के निर्देश अपने अधिनस्थों को दिए हैं। सूचना देने वाले मुखबिर को भी नाम गुप्त रखते हुए पुरस्कृत किया जाएगा। फिलहाल, आरोपितों के नाम सार्वजनिक नहीं किये गये हैं। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

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