मारवाड़ी जूती के मालिक ने दिया ईमानदारी का परिचय
जोधपुर, 03 जनवरी (हि.स.)। अपणायत के शहर सूर्यनगरी के लोगों में ईमानदारी आज भी कायम है। खानपान से लेकर पर्यटन में जोधपुर खूब मशहूर रहा है। मगर यहां के लोगों की ईमानदारी आज भी मिसाल है। ऐसा ही एक वाक्या रविवार को सामने आया जब पाली की एक महिला अपना पावटा स्थित एक मिठाई की दुकान पर अपना रूपयों व जेवरात भरा पर्स भूल गई। रेलवे स्टेशन पर जूतियों की दुकान चलाने वाले उसके मालिक ने ईमानदारी का परिचय दिया और पुलिस के सहयोग से यह पर्स महिला तक पहुंचाया गया। महिला ने पुलिस व जूती शॉप के मालिक को आभार जताया। उदयमंदिर थानाधिकारी राजेश यादव ने बताया कि दरअसल पाली जिले के पुनायता में पुरोहितों का बास की रहने वाली सीमा पुत्री जेठू सिंह रविवार को अपने भाई दिनेश के साथ आई थी। वह पावटा स्थित कानजी पदम जी स्वीट के पास रूक गई। तब उसके जेठजी गौरीशंकर करवड़ से उसे लेने कार में उक्त स्थान पर आए। तब दोनों भाई बहन अपना एक पर्स कानजी पदमजी स्वीट के पास में भूल गए। सीमा ने सोचा पर्स दिनेश ने कार में रख दिया होगा और दिनेश ने सोचा सीमा ने पर्स कार में रख दिया होगा। इस बीच उदयमंदिर आसन कर्नल की हवेली निवासी जूतियों की दुकान के मालिक चैनकरण सोनगरा पुत्र गंगाराम कानजी पदमजी स्वीट के निकट से निकल रहे थे। तब उन्हें यह पर्स लावारिश दिखाई दिए जाने पर उसे चेक किया। इसमें एक मिठाई का डिब्बा और आधार कार्ड मिला। जिसके पर आधार कार्ड के जरिए सीमा से संपर्क कर पुलिस ने उसे थाने बुलाया। इस पर उसने उक्त पर्स अपना होना बताया और पुलिस को घटनाक्रम समझाया। इसके लेडिज पर्स में 15 सौ रूपए और पांच तोला सोने के आभूषण थे। सीमा को यह पर्स लौटाया गया। तब उसने पुलिस और जूती शॉॅप के मालिक चैनकरण सोनगरा का आभार व्यक्त किया। हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप-hindusthansamachar.in