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अपशब्द का बदला लेने के लिए बदमाश ने पड़ोसी पर किया जानलेवा

नई दिल्ली, 23 फरवरी (हि.स.)। पत्नी से कहे अपशब्द का बदला लेने के लिए एक बदमाश ने अपने पूर्व पड़ोसी पर जानलेवा हमला कर दिया। गंभीर हालत में पीड़ित संत नगर, बुराड़ी निवासी राजकुमार को अस्पताल में भर्ती करवाया गया। पुलिस ने इस संबंध में मुख्य आरोपित समेत चार को गिरफ्तार कर लिया। इनकी पहचान अमरोहा निवासी नसीम अहमद उर्फ नदीम उर्फ दीपक, नावेद खान, इमरान और अमित मेहरा के रूप में हुई है। आरोपितों को पकड़कर इनसे पूछताछ की गई तो पता चला कि यह लोग धोखाधड़ी का धंधा कर रहे हैं। गैंग फर्जी कागजात के आधार पर बाइक या कार फाइनेंस कराकर उसे आगे फर्जी दस्तावेजों की मदद से ओएलएक्स पर बेच देते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक लैपटॉप, 45 चेकबुक, 28 अलग-अलग बैंक के पासबुक, 34 आधार, 68 वोटर आईकार्ड, 65 पैन कार्ड, 20 मोबाइल फोन के अलावा भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले कागजात बरामद किए हैं। उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त अंटो अल्फोंस ने बताया कि 15 फरवरी को संतनगर बुराड़ी निवासी राजकुमार अपनी बेटी को स्कूल छोड़ने गए थे। वहां से वापस लौटते समय जैसे ही वह राधाकृष्ण मंदिर, चंदर विहार, बुराड़ी पहुंचे तो अचानक बाइक सवार दो युवकों ने राजकुमार पर चाकू से हमला कर दिया। राजकुमार बुरी तरह जख्मी हो गए। आरोपित मौके से फरार हो गए। बाद में पीड़ित की शिकायत पर बुराड़ी थाने में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ। लोकल पुलिस के अलावा जिले की स्पेशल सेल ने भी मामले की जांच की। करीब 500 सीसीटीवी कैमरों की मदद से पुलिस ने आरोपितों की पहचान कर चार आरोपितो को दबोच लिया। सभी की दो दिन की पुलिस रिमांड ली तो पता चला कि इनका असली धंधा धोखाधड़ी है। पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपित नसीम ने बताया कि करीब छह माह पूर्व तक वह राजकुमार वाली बिल्डिंग में दूसरी मंजिल में किराए पर रहता था। पानी लीक होने को लेकर राजकुमार की पत्नी ने नसीम की पत्नी की खूब बेइज्जती की थी। इसका बदला लेने के लिए आरोपित ने साजिश रची। 2016 में नसीम की जेल में इमरान से मुलाकात हुई थी। तभी से दोनों साथ में अपराध कर रहे थे। नसीम के कहने पर इमरान ने अपने दोस्त नावेद के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि यह लोग किराए का मकान लेकर फर्जी कागजात पर बैंक में अकाउंट खोलते थे। चेकबुक लेने के बाद उसी पते पर बाइक या कार को फाइनेंस करा लिया जाता था। बाद में मकान खाली कर आरोपित वाहन समेत फरार हो जाते थे। इसके बाद लोन पूरा होने की एक फर्जी एनओसी आरोपित खुद ही बनाकर बाइक या कार को ओएलएक्स पर बेच देते थे। आरोपितों के पास से एक बाइक व स्कूटी भी बरामद हुई है। आरोपित इसी तरह दर्जनों वारदात को अंजाम दे चुके हैं। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी

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