स्टेट बैंक से 32 लाख रुपये की धोखाधड़ी मामले में फरार आरोपित गिरफ्तार
स्टेट बैंक से 32 लाख रुपये की धोखाधड़ी मामले में फरार आरोपित गिरफ्तार

स्टेट बैंक से 32 लाख रुपये की धोखाधड़ी मामले में फरार आरोपित गिरफ्तार

देहरादून, 16 जुलाई (हि.स.)। बसंत विहार थानान्तर्गत स्टेट बैंक आफ पटियाला (अब भारतीय स्टेट बैंक) से करीब आठ साल पहले हुई करीब 32 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में करीब एक साल से फरार चल रहे आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में एक आरोपित फरवरी में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरुण मोहन जोशी के अनुसार 2012 में स्टेट बैंक ऑफ पटियाला की जीएमएस रोड (देहरादून) शाखा से कार का लोन लेने के लिए फर्जी दस्तावेज बैंक में जमा कर लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने के अलग-अलग प्रकरण में छह मुकदम माह नवम्बर 2019 में थाना बसंत विहार में दर्ज किए गए थे। समस्त प्रकरण की विवेचना में ज्ञात हुआ कि शुभ प्रीमियर, धर्मपुर, देहरादून से फर्जी कोटेशन तैयार कर केवाईसी फॉर्म के साथ अन्य कूटरचित दस्तावेज बैंक में जमा कर छह कार के लिए लोग क्रमशः 5,60,120 रुपये, चार लाख रुपये, 5,60,120 रुपये, 6,14,815 रुपये, 5,60,120 रुपये और पांच लाख रुपये प्राप्त कर कुल 31,95,175 रुपये की धनराशि को हड़प लिया गया है। इस मामले में दो आरोपित कृपाल सिंह निवासी दीपनगर कालोनी, देहरादून तथा प्रदीप सकलानी निवासी टिहरी गढ़वाल की मुख्य भूमिका प्रकाश में आई, जिन्होंने विभिन्न व्यक्तियों को कार दिलाने के नाम पर कार की फर्जी कोटेशन व दस्तावेज बैंक में प्रस्तुत कर कार लोन लिया था। आरोपित कृपाल सिंह को माह फरवरी 2020 में गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया तथा आरोपित प्रदीप सकलानी की गिरफ्तारी के लिए किए जा रहे लगातार प्रयास के उपरान्त भी वह फरार चल रहा था। उन्होंने बताया कि सकलानी इसी प्रकार की धोखाधड़ी में थाना नेहरू कालोनी से वर्ष 2017 में डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमों में जेल गया था तथा वर्ष 2019 में जमानत पर छूटने के बाद फरार चल रहा था। प्रदीप सकलानी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक नगर एवं क्षेत्राधिकारी नगर (प्रथम) के निर्देशन में थानाध्यक्ष बसंत विहार के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने प्रभावी सुरागरसी-पतारसी व सर्विलांस प्रणाली की मदद से लगभग नौ माह से फरार चल रहे शातिर आरोपित प्रदीप सकलानी को बीती देर रात्रि में दीपनगर कालोनी नेहरू कालोनी से गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके खिलाफ कुल छह मामले दर्ज हैं। छानबीन में पता चला कि ये फर्जी कोटेशन लेटर जारी कर बैंक से ड्राफ्ट प्राप्त कर वाहन की फर्जी आरसी आदि कागज बैंक में जमा कर बिना वाहन दिये ही लोग की धनराशि हड़प लेते थे। गिरफ्तार करने वाली टीम में थाना बसंत विहार के उपनिरीक्षक नरेन्द्र पुरी, पंकज महिपाल, जगदम्बा प्रसाद, राहुल धारीवाल, प्रवेश कुमार और एसओजी देहरादून के प्रमोद कुमार शामिल रहे। हिन्दुस्थान समाचार/दधिबल-hindusthansamachar.in

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