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छपरा सदर अस्पताल के एसएनसीयू से चोरी गया नवजात शिशु को एसआइटी ने किया बरामद

छपरा, 24 जनवरी (हि.स.)। सदर अस्पताल के एसएनसीयू से चुराए गए नवजात शिशु को एसआईटी ने बरामद करने में महत्वपूर्ण कामयाबी हासिल की है । साथ ही इस मामले में पुलिस ने दो महिलाओं को भी गिरफ्तार कर लिया है। बरामद नवजात शिशु स्वस्थ है, लेकिन फिलहाल उसे इलाज में रखा गया है। उक्त बातें पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने भगवान बाजार थाना में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सोमवार को कही । उन्होंने बताया कि शनिवार को दिन के करीब 01:40 बजे नवजात शिशु को एसएनसीयू से 2 महिलाओं के द्वारा चोरी किया गया था। चोरी करने वाली दोनों महिलाएं मां बेटी है। गरखा थाना क्षेत्र के प्रथम पुर गांव निवासी सुशील कुमार की पत्नी रिंकू देवी तथा मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बतानी गांव निवासी रामदेव सिंह की पत्नी कांति देवी शामिल हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बतानी गांव निवासी रामदेव सिंह की पुत्री रिंकू देवी की शादी गरखा थाना क्षेत्र के पतनपुर गांव निवासी सुशील कुमार के साथ हुई थी और उसे 2 बच्चे हुए, लेकिन वह जीवित नहीं बच सके। बच्चे नहीं होने के कारण उसके पति उसे छोड़ देने का भय था। वर्तमान समय में वह अपने मायके मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बतानी गांव में रहती थी। योजनाबद्ध तरीके से मां बेटी ने एसएनसीयू से बच्चे को चोरी की थी। इसके पहले रिंकू देवी की मां कांति देवी ने अपने गांव तथा रिश्तेदारों के बीच यह अफवाह फैला दिया कि उसकी बेटी रिंकू देवी को बच्चा होने वाला है और इसी योजनाबद्ध तरीके से बच्चा चोरी की घटना को अंजाम दिया । इसके लिए कई दिनों से मां बेटी सदर अस्पताल में रेकी कर रही थी, चिकित्सा कर्मियों से झूठ बोलकर महिला ने बच्चे को चोरी की कि मैं बच्चे की परिजन हूं। अस्पताल से बच्चा चुराने के बाद मंडल कारा के पीछे स्थित एक निजी अस्पताल में नवजात शिशु को महिला ने भर्ती कराया कि वह बच्चे की परिजन है। इलाज के दौरान निजी चिकित्सालय से बच्चे को बरामद किया गया तथा महिला को गिरफ्तार किया गया। एसपी ने कहा कि चोरी गया बच्चा खैरा थाना क्षेत्र के धूप नगर गांव निवासी सुशील कुमार साह और राजंती देवी का पुत्र था, जिसे जन्म के बाद चिकित्सकों की सलाह पर एसएनसीयू में शुक्रवार को भर्ती कराया गया था और शनिवार को उस बच्चे को चोरी कर लिया गया। नवजात शिशु की चोरी होने के बाद एसपी ने एसआईटी का गठन किया था गठित एसआईटी लगातार जांच में जुटी थी। इसी क्रम में एसआईटी को कुछ सुराग मिलें, जिसके आधार पर नवजात शिशु को बरामद किया गया। इस तरह मिली सफलता नवजात शिशु के चोरी होने के बाद एसआईटी की टीम ने सभी चिकित्साकर्मियों से बारी- बारी से पूछताछ की। इसी क्रम में केवल इतना ही सुराग मिला था कि बच्चा चुराने वाली महिला भी अपने पति का नाम सुशील कुमार बताई थी। बच्चा चोरी के बाद एसपी के निर्देश पर शहर के सभी निजी चिकित्सालय में जांच की जा रही थी। जांच के क्रम में यह बात सामने आई कि सुशील कुमार की पत्नी रिंकु देवी नामक एक दंपत्ति का बच्चा जेल के बगल में स्थित निजी अस्पताल में भर्ती है। उसके नाम और पता के आधार पर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बतानी गांव स्थित मायके तथा गारखा थाना क्षेत्र के पतनपुर गांव स्थित ससुराल में जांच की गयी, जिसमें यह बात सामने आई थी रिंकू देवी को कोई बच्चा नहीं हुआ है, लेकिन उसके द्वारा एक बच्चा चुराकर लाया गया है। पूछताछ करने पर दोनों महिलाओं ने अपना अपराध कबूल किया । हिन्दुस्थान समाचार/गुड्डू-hindusthansamachar.in

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