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नौकर ने मालिक सहित परिवार को ​​​जिंदा जलाकर मारने के लिए गैस सिलेंडरों में ब्लास्ट करने की रची साजिश

जयपुर,11 अप्रैल(हि.स.)। कोतवाली थाना इलाके में नौकरी से निकालने पर घरेलू नौकर इतना खफा हो गया कि उसने मालिक और उनके परिवार को जिंदा जलाकर मारने के लिए गैस सिलेंडरों में ब्लास्ट करने की साजिश रची और घटना को अंजाम दिया। गनीमत रही कि हादसा टल गया और पूरे परिवार की जान बच गई। इस पर पीडित परिवार थने पहुंचा और मामला दर्ज करवाया। जहां पुलिस ने मामला दर्ज कर बिहार भागने की तैयारी कर रहे घरेलू नौकर को रविवार गिरफ्तार कर पूछताछ में जुटी है। पुलिस उपायुक्त जयपुर (उत्तर) परिस देशमुख ने बताया कि आरोपित रोशन राम रैगर (20) मधुबनी बिहार को गिरफ्तार किया है, जो परिवार के साथ पिछले लंबे समय से बलाई बस्ती नाहरी का नाका शास्त्री नगर जयपुर में रह रहा है। जो करीब ढाई साल पहले किशनपोल बाजार में नाटाणियों का रास्ता निवासी डॉक्टर प्रकाश मेड़तलाल (64) के यहां घरेलू नौकर था। एक मार्च को कामकाज में लापरवाही बरतने पर डॉक्टर प्रकाश के बेटे प्रखर ने रोशन राम को नौकरी से हटा दिया। इससे वह खफा हो गया। पांच अप्रैल को आरोपित रोशन राम किसी बहाने से डॉक्टर प्रकाश के घर की पहली मंजिल पर चौक में पहुंचा। वहां सीढ़ियों के नीचे बने गैस बैंक में पांच सिलेंडर रखे थे। इनमें चार सिलेंडर भरे हुए थे और एक सिलेंडर खाली था। रोशन राम ने गैस बैंक पर लगे ताले को चाबी से खोला। फिर उसने सभी सिलेंडरों पर थिनर डाल दिया। उसने माचिस की तीली से वहां आग लगाने की कोशिश की। लेकिन घबराहट में मंसूबे में कामयाब नहीं हुआ और वहां से चाबी लेकर डॉक्टर के घर से भाग निकला। कोतवाली थानाप्रभारी विक्रम सिंह चारण ने बताया कि इसी दिन सुबह 10 बजे डॉक्टर प्रकाश की पत्नी जब रसोईघर में थीं। तब खाना पकाते वक्त सिलेंडर में गैस खत्म हो गया। उन्होंने बेटे प्रखर से कहा कि गैस बैंक में से सिलेंडर निकालकर ले आए। प्रखर वहां पहुंचा तो लोहे की जाली में बंद सिलेंडरों को निकालने के लिए वहां लगे ताले की चाबी नजर नहीं आई। तब डुप्लीकेट चाबी बनाकर लोहे की जाली को खोला। वहां सिलेंडरों पर लगे रेगुलेटर थिनर से पिघले हुए नजर आए। चाबी भी गायब मिली। माचिस की तीलियां भी नजर आई। तब संदेह हुआ तो नवीन गैस एजेंसी पर फोन किया। उनके कर्मचारी ने बताया कि यह सब किसी ने जानबूझकर आग लगाने के लिए किया है। तब संदेह हुआ कि गैस बैंक पर लगे ताले की चाबी का पता सिर्फ परिवार के अलावा घरेलू नौकर रोशन राम को रहता था। वह पांच मार्च को उसी दिन सुबह घर भी आया था। इसके बाद डॉ. प्रकाश मेडतवाल ने 10 मार्च को कोतवाली थाने पहुंचकर थाने में मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दबिश देकर रोशन राम को नाहरी का नाका से धरदबोचा। उसे थाने ले आकर और पूछताछ में उसने गैस सिलेंडरों पर थिनर डालकर ब्लास्ट करने की कोशिश करना बताया। पूछताछ में सामने आया कि डॉक्टर दंपती ने घरेलू नौकर का वेरिफिकेशन नहीं करवाया था। हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश/ ईश्वर

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