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गूगल पर विदेश में नौकरी दिलाने का फर्जी विज्ञापन देख करता था ठगी

नई दिल्ली, 10 अप्रैल (हि.स.)। दक्षिण जिले की साइबर सेल ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है, जो गूगल पर विदेश में नौकरी दिलाने का फर्जी विज्ञापन दें लोगों से ठगी करता है । अब तक 25 से अधिक लोगों से वह ठगी कर चुका है। उसके पास से चार एटीएम कार्ड, आधार कार्ड पैन कार्ड और मोबाइल बरामद हुआ है खासकर वह अमेरिका और कनाडा में नौकरी दिलाने का विज्ञापन देता था। गिरफ्तार ठग की पहचान दिसपुर असम निवासी 48 वर्षीय समीर अरविंद पारेख के रूप में हुए हैं। डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि हरगोविंद एंक्लेव राजपुर खुर्द में रहने वाले एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि मार्च 2021 में उन्होंने गूगल पर विदेश में शेष की नौकरी का विज्ञापन देखा था। दिए गए नंबर पर उन्होंने संपर्क किया तो ठग ने उन्हें 2000 यूएसए डॉलर में एक रेस्तरां में नौकरी दिलाने की बात कही पीड़ित महिला ने अपने बिजनेस पार्टनर रावत से बातचीत की। ठग ने उन्हें नौकरी दिलाने की बात का पंजीकरण के लिए 36 हजार रुपए मांगे। पीड़िता ने रावत के माध्यम से एक्सिस बैंक में 36 हजार रुपये जमा करवा दिया, मगर पैसा मिलते ही ठग का मोबाइल बंद आने लगा। पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर साइबर सेल के इंस्पेक्टर अजीत कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई गई। जांच में पता चला कि यूएसए और कनाडा में नौकरी दिलाने के नाम पर वह कई लोगों से ठगी कर चुका है फिर बैंक अकाउंट और मोबाइल नंबर की मदद से उसे 7 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के कस्बा इलाके से गिरफ्तार कर दिल्ली लाया गया। पूछताछ में पता चला कि अब तक विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 25 से अधिक लोगों से ठगी कर चुका है। कोलकाता और गोवा में भी उसके खिलाफ मामला दर्ज है। वह विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ऑनलाइन संपर्क करता था। फिर पंजीकरण फीस के नाम पर पैसे ठगता था। पूछताछ में पता चला कि उसका जन्म अहमदाबाद गुजरात में हुआ था बाद में मुंबई चला गया, जहां पर बीकॉम की पढ़ाई की। उसके बाद गुवाहाटी चला गया। वहां पर श्रमिक ठेकेदार के रूप में काम करता था। इस दौरान वह निर्दोष लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा दे ठगी करने लगा। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी

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