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कोलकाता पहुंचने के लिए पंजाब के गैंगस्टरों ने इस्तेमाल किया था कॉन्स्टेबल का आई कार्ड ল

तीन दिनों तक छिपे रहे थे होटल में कोलकाता, 17 जून (हि. स.)। न्यूटाउन के शापूर्जी अपार्टमेंट में छिपकर रहने वाले पंजाब के दोनों वांक्षित गैंगस्टर जयपाल भुल्लर और जसप्रीत सिंह जस्सी ने असुरक्षित ठिकाने तक पहुंचने के लिए पंजाब पुलिस के एक कांस्टेबल की आईडी इस्तेमाल की थी। उनका नाम अमरजीत सिंह है। राज्य पुलिस स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस अमरजीत से पूछताछ करने में जुटी हुई है। आईडी कैसे इनके पास पहुंची, इस बारे में जांच की जा रही है। बंगाल से लेकर पंजाब तक की जांच में पता चला है कि रास्ते में जितने भी टोल पड़े हैं वहां दोनों ने उसी कॉन्स्टेबल की आईडी का इस्तेमाल किया था। कोलकाता के शापूर्जी हाउसिंग कांप्लेक्स में फ्लैट नंबर 201 किराये पर दिलवाने के लिए भरत नाम के शख्स ने अपने साथी सुमित के पहचान पत्र और आधार कार्ड का इस्तेमाल किया था। दोनों गैंगस्टर जगराओं में दो पुलिस अधिकारियों की हत्या करने के बाद कोलकाता पहुंचे थे। सुमित पंजाब पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए गए गैंगस्टर जयपाल के साथी भरत कुमार के साथ मिलकर टेलीकाॅम कंपनियों के मोबाइल नंबरों और फैंसी मोबाइल नंबरों को गैर-कानूनी तरीके से महंगे दाम पर बेचने का धंधा करता था। इन्होंने कई फैंसी नंबर गैंगस्टरों को भी मुहैया करवाए थे। भरत कुमार से पूछताछ में सामने आईं जानकारियों के बाद पंजाब पुलिस ने सुमित को हरियाणा से गिरफ्तार किया था। पुलिस की जांच में अब तक सामने आया है कि किराये पर फ्लैट मिलने से पहले कोलकाता में जयपाल और जसप्रीत न्यू टाउन इलाके में एक होटल में छिपे थे। होटल का इंतजाम भी भरत कुमार ने ही किया था। इस होटल में भी भरत ने सुमित के पहचान पत्र का इस्तेमाल किया था। जयपाल व जसप्रीत होटल के कमरे से बाहर नहीं निकलते थे। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/गंगा

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