कलयुगी बेटे ने दोस्त के साथ मिलकर की थी पिता की हत्या, आरोपित गिरफ्तार
ग्वालियर, 02 मार्च (हि.स.)।जिस बेटे के लिए न जाने कितने मंदिरों के माथे टेके और मन्नत मांगी, उसी बेटेे ने अपने पिता की दोस्त के साथ मिलकर बेरहमी से हत्या कर दी। मौत भी ऐसी कि कोई दुश्मन भी नहीं इतनी बेरहमी से मारता जितना कलयुगी बेटे ने अपने पिता को मारा था। पुलिस ने आरोपितों को पकड़कर उनसे हत्या के बारे में पूछताछ की तो वह टूट गए और हत्या करना स्वीकार कर लिया। पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने मंगलवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 26 फरवरी को पुरानी छावनी थाना क्षेत्र स्थित रायरु गांव के रास्ते में की गई राजेन्द्रसिंह की हत्या पर से जब पुलिस ने पर्दा उठाया तो वह भी हैरान रह गए। राजेन्द्र सिंह राजपूत की हत्या उसके ही इकलौते बेटे प्रमोद ने अपने दोस्त आशीष उपाध्याय के साथ मिलकर की थी। उन्होंने बताया कि प्रमोद पर गांच के ही कुछ लोगों का कर्ज था और पिता से बार बार पैसे मांग रहा था। लेकिन राजेन्द्र सिंह बेटे को पैसे नहीं दे रहे थे। इसी से परेशान होकर प्रमोद ने अपने दोस्त आशीष उपाध्याय के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई। 26 फरवरी को प्रमोद और आशीष रास्ते में घात लगाकर खड़े हो गए थे। राजेन्द्र सिंह खेत से पानी देकर घर लौट रहे थे तभी घात लगाए खड़े आशीष ने पहले उनको निशाना बनाकर गोली मारी लेकिन वह उनको लगी नहीं। इसके बाद प्रमोद सामने आ गया और उसने अपने ही पिता का साफी से गला घोंटकर जमीन पर पटक लिया। इसके बाद तो दोनों ने राजेन्द्र को संभलने का मौका नहीं दिया। आशीष कट्टे का बट मार रहा था तो कलयुगी बेटा गला घोंट रहा था। चंद मिनट में ही राजेन्द्र की बेरहमी से हत्या करने के बाद दोनों आरोपित मौके से भाग गए। पुलिस ने आरोपितों पर हत्या का प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है। हिन्दुस्थान समाचार/शरद