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चुनावी रंजिश में बेगुनाह को फंसा भिजवाना चाहता था जेल, खुलासा

साजिश का मोहरा बनने से बची पुलिस कौशाम्बी, 12 जून (हि.स.)। सराय अकिल पुलिस ने शनिवार को मुखबिर गैंग को गिरफ्तार कर एक बेगुनाह को जेल जाने से बचा लिया। पुलिस ने मुखबिर के बताये स्थान से एक किलो 150 ग्राम गांजा एवं दो तमंचा, कारतूस बरामद किया है। पुलिस की कार्यवाही से गांव के चुनावी रंजिश की बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। जिसमें एक मुखबिर अपने साथियों से मिलकर बेगुनाह ग्रामीण को षड्यंत्र का शिकार बनाना चाहता था। पुलिस अधिकारी अब मुखबिर को जेल की सलाखों के पीछे भेजने की तैयारी कर रहे है। सराय अकिल थाना क्षेत्र के किशुनपुर अम्बारी गांव के रहने वाले इश्तेयाक अहमद का विवाद शाहबाज उर्फ़ ननका नाम के व्यक्ति से प्रधानी चुनाव को लेकर हो गया था। चुनावी रंजिस में बदले की आग में जल रहे शाहबाज ने अपने करीबी मोहम्मद समीर उर्फ़ शेरू से मदद मांगी। शेरू और शाहबाज गांव के ही मस्सन के पास पहुंचे। मस्सन कथित तौर पर पुलिस का मुखबिर बताया जा रहा है। तीनो ने एक योजना के तहत इश्तेयाक अहमद के घर व गाड़ी में गांजा की बड़ी खेप और अवैध तमंचा छिपा दिया। मस्सन ने तय योजना के तहत स्थानीय थाना पुलिस को फोन कर जानकारी मुहैया करा दी। पुलिस ने छापा मार कार्यवाही में कथित आरोपित बनाए जाने वाले शख्स इश्तेयाक को मय माल पकड़ लिया। चस्पा टेप ने खोल दी मुखबिर की पोल गिरफ्तारी की कार्यवाही के बाद पुलिस थाने में माल बरामदगी की कार्यवाही चल रही थी। फॉरेंसिक टीम ने बरामद माल की जांच शुरू की। फर्द लिखे जाने के दौरान पुलिस के दरोगा को गाड़ी से बरामद मादक पदार्थ (गांजा) और घर में छिपाकर रखे गए तमंचे में चिपका हुआ टेप मिला। शक होने पर पुलिस ने मुखबिर को बुलाकर पूंछ-तांछ शुरू की। जांच में मुखबिर ने अपना गुनाह कबूल कर चुनावी रंजिश के बड़े षड्यंत्र के साजिश कर्ताओं के नाम बता दिए। पुलिस ने उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया। एएसपी समर बहादुर ने बताया, शाहबाज की एक रिस्तेदार प्रधानी चुनाव लड़ रही थी। उसी दौरान पुलिस ने प्रधान प्रत्यासी के पति को गो-मांस तस्करी व बेचने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया। अभियुक्त को शक हुआ कि इश्तेयाक अहमद ने ही पुलिस को सूचना देकर कार्यवाही करवाई है। जिसके बाद उसने यह बड़ी साजिश रच कर उसे अंजाम तक पहुंचने की कोशिश की। जिसमे वह सफल नहीं हो सके। बुरे काम का बुरा नतीजा एएसपी समर बहादुर सिंह ने बताया, बुरे काम का नतीजा हमेशा बुरा ही होता है। पुलिस की सक्रियता के चलते पुलिस एक षड्यंत्र के भागीदार बनने से बच गए। फिलहाल अभियुक्तों पर आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट एवं षड्यंत्र रचने जैसे अपराध की धाराओं में केस दर्ज कर जेल भेजने की कार्यवाही की जा रही है। हिन्दुस्थान समाचार/अजय/विद्या कान्त

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