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रकम निवेश कराकर धोखाधड़ी करने वाला जालसाज गिरफ्तार

नई दिल्ली, 25 फरवरी (हि.स.)। हाउसिंग प्रोजेक्ट में रकम निवेश कराकर धोखाधड़ी करने वाले एक जालसाज को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपित ने फ्लैट की बुकिंग तो किसी और के नाम पर की लेकिन बेच दूसरे को दिए थे। आरोपित की पहचान पॉन्नी के तौर पर हुई जो मूलरूप से तमिलनाडु का रहने वाला है। आरोपित पहले आर्म्ड फोर्स में हवलदार था, जिसने वीआरएस ले ली थी। इस पर ढाई करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप है। आर्थिक अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार आरोपित ने डिफेंस पर्सनल वेल्फेयर हाउसिंग ऑर्गनाइजेशन के नाम से हाउसिंग फर्म में लोगों से रकम निवेश करवायी जिसमें पोचनपुर गांव द्वारका सेक्टर 23 में एक नया प्रोजेक्ट शुरु करने की बात कही गई। साल 2014 में आरोपित ने इस फर्म द्वारा बनाए गए फ्लैट्स की बुकिंग करवा ली। लेकिन कब्जा साल 2016 तक भी नहीं दिया। अगले साल लोगों को पता चला जिन फ्लैट्स की बुकिंग उनके नाम पर की गई, वास्तव में वे किसी दूसरे को बेचे जा चुके हैं। इस धोखाधड़ी की बाबत मिली शिकायत पर द्वारका सेक्टर 23 थाना पुलिस ने केस दर्ज किया था, दो साल बाद इस केस की जांच आर्थिक अपराध शाखा को ट्रांसफर हो गई। मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला आरोपित एक्स सर्विसमैन है, जिसने साल 2012 में एक हाउसिंग संस्था बनायी थी। उसने लैंड ऑनर कंपनी के साथ एक अनुबंध कर दो टॉवर 24ए और 24बी बनवाए। हरेक टॉवर में सौलह फ्लैट थे। टॉवर 24ए का मालिक आरोपित की फर्म बनी, जबकि दूसरा टॉवर लैंड ऑनर कंपनी के पास रहा। आरोपित ने टॉवर 24 बी में बने फ्लैटों की बुकिंग कर लोगों से रकम ऐंठ ली। मामला पुलिस के पास पहुंचा तो आरोपित अंडरग्राउंड हो गया था। उसका कुछ पता नहीं चलने पर कोर्ट ने उसे भगौड़ा तक घोषित कर दिया। टैक्नीकल सर्विलांस की मदद से पुलिस ने अरोपित की लॉकेशन ट्रेस की, जिसे 23 फरवरी को तमिलनाडु से ही गिरफ्तार कर लिया गया। 46 साल के आरोपित ने पूछताछ में बताया वह मूलरुप से जिला थिरुवरुर तमिलनाडु का रहने वाला है। उसने अपने होम टाउन से साइंस से ग्रेजयूएट की है। साल 1994 में बतौर हवलदार आर्म्ड फोर्स में भर्ती हुआ,लेकिन वर्ष 2010 में वीआरएस ले ली। उसी वर्ष इसने एक पार्टनरशिप पर फर्म बनायी और जमींन मालिकों के साथ बिल्डिंग बनाने का काम शुरु कर दिया। इसका द्वारका मोड पर ऑफिस खोला गया। ज्यादा से ज्यादा रुपए कमाने की चाहत में वे नए नए प्रोजेक्ट लांच करने लगे। लोगों से फ्लैट बुकिंग के नाम पर रकम ऐंठने लगे लेकिन मालिकाना हक दिया नहीं। आरोपित के ऊपर धोखाधड़ी समेत छह अपराधिक मामले दर्ज हैं। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी

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