five-lakh-rupees-transacted-through-upi-by-thugs-from-police-constable39s-bank-account
five-lakh-rupees-transacted-through-upi-by-thugs-from-police-constable39s-bank-account

पुलिस कांस्टेबल के बैंक खाते से ठगों द्वारा यूपीआई के जरिए ट्रांजेक्शन किए पांच लाख रुपये

जयपुर, 20 फरवरी (हि.स.)। राजधानी के बनीपार्क थाना इलाके में साइबर ठगी का एक अनोखा मामला सामने आया है,जहां अपनी दो बेटियों की शादी के लिए 12 लाख रुपये का पर्सनल लोन लेने वाले पुलिस कांस्टेबल के बैंक खाते से ठगों द्वारा यूपीआई के जरिए बैक से पांच लाख रुपये का ट्रांजेक्शन कर लिया। करीब तीन दर्जन ट्रांजेक्शन कर निकाली गई इस नकदी का बैंक की ओर से एक बार भी मैसेज नहीं भेजा गया। गुरुवार को किसी काम से जब पीडित कमलेश कुमार बैंक पहुंचा और खाते की जानकारी ली तब जाकर उन्हें उनके खाते से हुए लाखों रुपये के ट्रांजेक्शन का पता चला। इसके बाद पीडित कमलेश कुमार ने बैंक प्रबंधन से संपर्क किया तो उन्होंने बनीपार्क थाने में एफआईआर कराने को कहा। इस पर कमलेश कुमार ने बनीपार्क थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है। जांच अधिकारी एएसआई जगदीश प्रसाद ने बताया कि जयपुर रिजर्व पुलिस लाइन में तैनात कांस्टेबल कमलेश ने मामला दर्ज करवाया है कि उसका खाता एसबीआई बैंक की पीतल फैक्ट्री स्थित ब्रांच में है और अप्रैल महीने में उसकी दो बेटियों की शादी होनी है। जिसके लिए से उसने 30 जनवरी को प्राईवेट बैंक से 12 लाख रुपये का लोन लिया था। किश्तें जमा होना शुरू होते ही शातिर ठगों की निगाहें बैंक खाते पर पड़ गई। 10 फरवरी से 15 फरवरी के बीच उसके बैंक खाते से छ लाख 25 हजार रुपये यूपीआई ट्रांजेक्शन किए गए। करीब 34 ट्रांजेक्शन के जरिए बैंक खाते से रुपए निकाल लिए। बैंक की ओर से रुपए निकालने का एक भी मैसेज मोबाइल पर नहीं भेजा गया। शिकायत करने पर करीब सवा लाख रुपये वापस उसके बैंक खाते में ठगों से वापस आ गया, लेकिन करीब पांच लाख ठगों के पास चले गए। पीडित कमलेश कुमार न तो नेट बैंकिंग का प्रयोग किया है और न ही यूपीआई का,लेकिन इसके बावजूद भी उनके खाते से यूपीआई ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए लाखों रुपए की राशि निकाली गई। ऐसे में बैंक के किसी कर्मचारी की भी ठगी के इस मामले में मिलीभगत होने की आशंका जताई जा रही है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस कांस्टेबल कमलेश ने पुलिस कमिश्नर कार्यालय में लगाई गुहार कांस्टेबल कमलेश के मुताबिक जब वह बैंक में गया तो बैंक वालों ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाने और उसकी कॉपी देने की बात कही। इसके अलावा कोई मदद नहीं की। बनीपार्क थाने में मुकदमा दर्ज करवाने के बाद वह पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव से गुहार लगाई है कि इस मामले में जल्द से जल्द कार्यवाही हो। ताकि उसकी बच्ची की शादी के लिए लिया पैसा वापस मिल जाए और वह जरूरी सामान खरीद सके। हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश / ईश्वर

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in