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साइबर क्राइम मामले में कोलकाता से पांच आरोपित गिरफ्तार

आरोपितों के खिलाफ भोपाल में भी कई मामले दर्ज गंगटोक, 05 मार्च (हि.स.)। सिक्किम पुलिस के खुफिया विभाग को एक बड़ी सफलता मिली है। खुफिया विभाग ने पिछले साल हुए साइबर क्राइम के मामले में पश्चिम बंगाल के कोलकाता से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों की पहचान अमित शॉ, सुजीत सिंह, मोहम्मद शाहनवाज, बिनय कुमार गुप्ता और दीपक दास के रूप में हुई है। आरोपित दीपक दास शालपट्टा बगान, बेलगोरिया का निवासी है। बांकी चार आरोपित टीटागढ़ के रहने वाले हैं। आरोपितों को 21 फरवरी को गिरफ्तार कर सिक्किम लाया गया है। आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 419/420/120बी आर/डब्ल्यडु आईटी अधिनियम 66(सी) और 66(डी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल पकड़े गए सभी आरोपित पुलिस रिमांड पर हैं। पीआई अभिषेक दाहाल और पीआई विजय बस्नेत के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम ने आरोपितों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस टीम में लांस नायक संजय सुब्बा, लांस नायक योगेश राई, सिपाही प्रणय तमांग और सिपाही छवांग भूटिया भी शामिल थे। सिक्किम पुलिस के खुफिया विभाग के अधीक्षक तेनजिंग लोडे लेप्चा ने आज राजधानी गंगटोक स्थित पुलिस मुख्यालय में आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में उक्त जानकारी दी। अधीक्षक लेप्चा के अनुसार, पिछले साल नवंबर के महीने में सिक्किम की एक महिला ने साइबर क्राइम के माध्यम से चार लाख 96 हजार रुपये की धोखाधड़ी के बारे में शिकायत दर्ज की थी। पीड़ित अक्सर ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफ़ॉर्म अमेज़ॅन से खरीदारी करती थी और ऑनलाइन प्रतियोगिता में भी भाग लेती थी। 11 नवंबर, 2020 को उन्हें किसी एक प्रतियोगिता के लिए विजेता घोषित किया गया। अमेज़ॅन के एक कथित कर्मचारी ने उन्हें फोन किया और पुरस्कार प्राप्त करने के लिए उन्हें जीएसटी के रूप में 11,999 रुपये देने को कहा। महिला को नेटवर्किंग समस्या के कारण लेनदेन विफल हो जाने की बात कहते हुए फिर से धनराशि जमा करने को कहा गया। जब दूसरी बार भी लेनदेन विफल हो गया, तो आरोपितों ने महिला को पैसे वापस करने के लिए पेटीएम में विवरण डालने का सुझाव दिया। उसके बाद आरोपितों ने महिला के खाते से चार लाख 96 हजार रुपये निकाल लिए। पुलिस अधीक्षक लेप्चा ने बताया कि अब तक आरोपितों के 20 बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। आरोपितों के विरूद्ध जांच और कार्रवाई चल रही है। उन्होंने बताया कि आरोपितों के खिलाफ भोपाल में भी कई साइबर क्राइम के मामले दर्ज हैं, जिसकी जांच भोपाल पुलिस द्वारा की जा रही है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान साइबर अपराध में काफी वृद्धि हुई है। इसलिए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। हिन्दुस्थान समाचार/बिशाल

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