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बिहार के समस्तीपुर में लगी आग, बच्चे सहित तीन की मौत

पटना/समस्तीपुर, 03 अप्रैल (हि.स.)। समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर प्रखंड अन्तर्गत रामभद्रपुर पंचायत के छक्कन टोली गांव में शनिवार अलसुबह आग लगने से तीन लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में एक बच्चा भी शामिल है। मुखिया फिरोजा खातून ने बताया कि अगलगी की घटना के समय सभी लोग घर मे सोए हुए थे। आज की घटना के साथ बीते सात दिन में विभिन्न स्थानों पर आग लगने से 22 लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस के मुताबिक आज के भीषण अग्निकांड में मृतक सभी लोग एक ही परिवार के थे। इस अग्निकांड में आसपास के 11 घर भी जलकर राख हो गए। जैसे तैसे स्थानीय ग्रामीणों और अग्निशामक टीम के सहयोग से आग पर काबू पाया गया । भुट्टे सेंक रहे छह मासूम जिंदा जले होली के एक दिन बाद 30 मार्च को अररिया के पलासी के कवैया गांव में एक ही घर में खेल रहे 6 बच्चों की आग में जलने से मौत हो गई थी। मरने वाले सभी बच्चों की उम्र ढाई से 5 साल थी। सभी बच्चे झोपड़ीनुमा कमरे में भुट्टे सेंक रहे थे, तभी एक चिनगारी निकली और पास रखे पुआल के ढेर में घुस गई। आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और सभी बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया। घर में लगी आग से जिंदा जले तीन मासूम दो अप्रैल को बांका में घर में लगी आग में तीन बच्चे जिंदा जल गए। यह घटना जिले के धोरैया प्रखंड के धनकुंड थाना क्षेत्र के बबुरा गांव की है। माता-पिता मजदूरी करने बाहर गए हुए थे। इस दौरान लगी आग में जहां ग्रामीण बुधो दास का घर जलकर राख हो गया, वहीं उसकी 6 वर्षीय बेटी चांदनी कुमारी एवं 5 वर्षीय बेटी सोनाक्षी कुमारी की जलकर मौत हो गई। गंभीर रूप से झुलसे डेढ़ वर्षीय बेटे ओम कुमार ने सनौला अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। होलिका जलाने में तीन मरे 28 मार्च यानी होलिका दहन के दिन गया जिले की मोराटाल पंचायत के राहुल नगर गांव में होलिका जलाने गए तीन बच्चे होलिका की चपेट में आने से जलकर मर गए। तीनों बच्चे अपने-अपने घर से थाली में पकवान रखकर परंपरा के अनुसार होलिका में आहुति देने के लिए पहुंचे थे। होलिका ने जब प्रचंड रूप धारण किया तो तीनों मासूमों को अपनी चपेट में ले लिया। बिजली की तार से आग में तीन मरे 29 मार्च यानी होली की रात भागलपुर के पीरपैंती में बिजली की तार से आग लगने के कारण एक ही परिवार के 3 बच्चे झुलस गए। तीनों में से कोई भी बच नहीं पाया। मरने वालों में 2 बच्चियां और एक बच्चा शामिल था। अपने बच्चों को बचाने में उनके मां-बाप भी बुरी तरह झुलस गए थे, अभी तक उनका इलाज चल रहा है। सिलेंडर फटने से आग में 3 की मौत एक अप्रैल को मधुबनी के जयनगर में गैस सिलेंडर फटने से 3 लोगों की मौत हो गई थी। खाना बनाने के दौरान हुए हादसे में मां-बेटी की सुबह ही मौत हो गई । बाद में गंभीर रूप से घायल बेटे मयंक (8 साल) की भी पीएमसीएच में मौत हो गई थी। मृतक बेटी की उम्र 5 साल थी। इस हादसे में पड़ोस की एक महिला बुरी तरह झुलस गई थी। ननिहाल गई 6 साल की बच्ची की मौत एक अप्रैल को ही भोजपुर में ननिहाल आई एक 6 साल की बच्ची की आग में झुलसने से मौत हो गई थी। यह घटना बड़हरा थाना क्षेत्र के अभिराज टोला गांव में हुई थी। मरने वाली बच्ची उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के गहमर थाना क्षेत्र के हरकेशपुर गांव निवासी मंटू कुमार की 6 वर्षीया पुत्री अंशु कुमारी थी। आग से संपत्ति का भी नुकसान इसके अलावा पिछले हफ्ते अगलगी की कई ऐसी घटनाएं भी हुईं, जिनमें जान का तो कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन लाखों की संपत्ति जलकर खाक हो गई। एक अप्रैल को गया जिले की शेरघाटी में एक कोल्ड स्टोरेज में भीषण आग लग गई। वहां सूखी लकड़ियां भारी मात्रा में रखी हुई थीं। सरसों तेल के कई कंटेनर भी रखे हुए थे। एक अप्रैल को ही बेगूसराय के एक कार शोरूम में आग लगने से लाखों की संपत्ति खाक हो गई। आग बुझाने में दमकल की दो गाड़ियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। एक अप्रैल की ही शाम राजधानी पटना में जीरो माइल के पास एक कुर्सी गोदाम में आग लग गई। फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाई। आग रोलिंग मशीन से निकली एक चिनगारी की वजह से लगी थी। हिन्दुस्थान समाचार/गोविन्द/ प्रभात ओझा

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